फैशन के दरवाजे पर म्यूलेट परिधानों की दस्तक
1940 के यूरोपियन फैशन से प्रेरित म्यूलेट परिधान आजकल भारतीय फैशन वर्ल्ड में छाए हुए हैं। चाहे वह स्कर्ट्स हों, ड्रेसेज हों या फिर शर्ट्स हों। इनकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि ये सभी फिजीक्स की स्त्रियों पर अच्छे लगते हैं। फैशन डिजाइनर निदा महमूद दे रही हैं इन परिधानों से जुड़ी खास जानकारियां।
एतिहासिक यूरोप भारतीय फैशन इंडस्ट्री के लिए प्रेरणा का प्रमुख स्रोत रहा है। हालिया फैशन फोरकास्ट के मुताबिक 1940 के यूरोपियन फैशन से प्रेरित म्यूलेट परिधान इस सीजन का प्रमुख ट्रेंड बन कर उभरे हैं। ये वे परिधान हैं जिनकी फ्रंट और बैक लेंथ बराबर नहीं होती। इन्हें असिमिट्रिकल या वॉटरफॉल परिधान भी कहते हैं। इन दिनों म्यूलेट ट्यूनिक्स, ड्रेसेज, स्कर्ट्स, टॉप्स और जैकेट्स का चलन है।
हर फिजीक के अनुरूप इन परिधानों का चलन बढने की सबसे बडी वजह यह है कि ये सभी फिजीक्स की स्त्रियों पर सूट करते हैं। हालांकि विभिन्न फिजीक्स की स्त्रियों को इन्हें पहनते समय कुछ विशेष सावधानियां बरतना जरूरी है। एप्पल शेप्ड फिजीक वाली स्त्रियों को स्ट्रेट कट वाले ऐसे म्यूलेट परिधान पहनने चाहिए जिनमें गैदर्स बिलकुल न हों। इसी तरह पीयर शेप्ड फिजीक वाली स्त्रियों पर टेलर्ड कट वाले, रेक्टैंग्युलर शेप्ड फिजीक वाली स्त्रियों पर पीछे की साइड पर फ्लेयर्स वाले और बल्की फिजीक वाली स्त्रियों को ऐसे असिमिट्रिकल परिधान पहनने चाहिए जिनकी आगे और पीछे की लेंथ में ज्यादा अंतर न हो। फिजीक की कमियों को छुपाने में ये परिधान बेहद अहम भूमिका निभाते हैं।
एक्सेसरीज का चयन
म्यूलेट परिधानों के साथ सही एक्सेसरीज कैरी कर आप अपने लुक को एन्हेंस कर सकती हैं। फॉर्मल ड्रेस या जैकेट के साथ स्टेटमेंट नेकपीसेज कॉम्बिनेशन परफेक्ट लगता है। इसी तरह कैजुअल ड्रेस के साथ कलरफुल बीड्स की ज्यूलरी कैरी की जा सकती है। मल्टिपल या सिंगल स्ट्रिंग्स कैरी करना भी एक स्मार्ट आइडिया है। अगर कैजुअल परिधान पहन रही हैं, तो स्ट्रैपी सैंडल्स के साथ कंबाइन करें। फॉर्मल परिधानों के साथ बूटीज ठीक रहेंगी।
बरतें सावधानी
इन परिधानों की सबसे बडी खासियत यह है कि ये आपकी बॉडी के शेप्ड फीचर्स को उभारते हैं। लेकिन इन्हें कैरी करते समय कुछ विशेष सावधानियां बरतना भी जरूरी है। पीयर और एप्पल शेप्ड फिजीक वाली स्त्रियों को लेयरिंग वाले, प्लीट्स युक्त या फ्लोई असिमिट्रिकल परिधानों के चयन से बचना चाहिए। रेक्टेंग्युलर फिजीक वाली स्त्रियों पर फ्लोई म्यूलेट परिधान अच्छे लगेंगे। इन परिधानों के आगे और पीछे के लेंथ में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होना चाहिए। विशेष तौर पर कम हाइट वाली स्त्रियों को आगे और पीछे के लेंथ में बहुत ज्यादा अंतर वाले परिधान पहनने से बचना चाहिए क्योंकि इससे लंबाई और भी कम लगेगी।
म्यूलेट ट्रेंड हाइलाइट्स
- ऐसी स्कर्ट्स पहनना लेग्ज को फ्लॉन्ट करने का स्मार्ट तरीका है।
- ये परिधान पहनने पर आप डिजाइनर फुटवेयर्स को शो कर सकती हैं। इन परिधानों के साथ स्ट्रैपी सैंडल्स और बूटीज अच्छी लगती हैं। इन परिधानों के साथ प्लैटफॉर्म या वेज हील पहनने से बचें।
फ्लैट्स भी इनके साथ सूट नहीं करेंगी। - इन परिधानों की सबसे बडी खासियत इनका कट है। जरूरत से ज्यादा एक्सेसरीज न पहनें। क्योंकि इससे परिधानों का कट हाइलाइट नहीं होगा।
ज्योति द्विवेदी