मानसून ड्रेसिंग का फंडा
क्या आपको पता है कि बारिश के मौसम में जींस नहीं पहननी चाहिए क्योंकि इसे सूखने में बहुत वक्त लगता है। मटैलिक ज्यूलरी भी इस मौसम में स्किन एलर्जी का कारण बन सकती है। बारिश के दौरान कैसे करें परिधानों और एक्सेसरीज का चुनाव, जानें सखी से।
रिमझिम बारिश की बूंदें गिरती हैं तो तन के साथ मन भी भीग जाता है। ऐसे में बनने-संवरने की ख्वाहिशें खुद-ब-खुद मचल उठती हैं। खुशनुमा मौसम का लुत्फ उठाने के लिए आकर्षक परिधान पहनना हर किसी को अछा लगता है। लेकिन कभी-कभी इस दौरान परिधानों और एक्सेसरीज के गलत चुनाव के चलते स्वास्थ्य से जुडी समस्याएं भी सामने आ जाती हैं। मानसून ड्रेसिंग के तौर-तरीके बता रही हैं फैशन डिजाइनर रत्ना जैन।
संभलकर चुनें फैब्रिक
बारिश के मौसम में हलके और आरामदायक फैब्रिक्स वाले परिधान चुनने चाहिए जो जल्दी सूख जाएं। रेयॉन, शिफॉन, पॉली जॉर्जट, लिनेन, ग्लास टिश्यू जैसे फैब्रिक्स से बने परिधान ठीक रहेंगे। सिल्क और हेवी कॉटन जैसे फैब्रिक्स पहनने से बचें। ज्यादा समय तक गीले कपडे पहनने से फंगल इन्फेक्शन आदि होने का खतरा रहता है।
जींस से करें तौबा
माना कि जींस के बिना आप अपनी वॉर्डरोब को अधूरा मानती हैं, लेकिन मानसून के दौरान इसे पहनने से बचें। इसे सूखने में अधिक समय तो लगता ही है, साथ ही यह भीगने पर शरीर से चिपक जाती है और इसमें लंबे समय तक पसीना लगा रह जाने से स्किन इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। बारिश के दिनों में जींस की जगह हलके फ्लोई लोअर्स को तरजीह दें। लूज कॉटन पैंट्स, पजामा और सलवार पहनना ठीक रहेगा। चूडीदार पजामा पहनने से भी बचें।
एक्सेसरीज व फुटवेयर
मानसून के दौरान लेदर फुटवेयर न पहनें। इस दौरान फ्लोटर्स, फंकी फ्लिप-फ्लॉप्स या गम बूट्स पहनना ठीक रहता है। शूज और बैलरीना पहनने से बचें। इस मौसम में मटैलिक ज्यूलरी पहनने से एलर्जी होने का खतरा रहता है। लाइटवेट फंकी ज्यूलरी पहन सकती हैं। अगर गले में कोई ज्यूलरी पहन रही हैं तो गले से एकदम सटा रहने वाला नेकपीस न चुनें।
डार्क वाइब्रेंट कलर्स चुनें
इस मौसम में खुशनुमा और गहरे रंगों के परिधान और एक्सेसरीज पहनें। हलके रंगों के परिधान पहनने से बचें। ये जल्दी गंदे होते हैं और भीग जाने पर इनसे बॉडी कंटूर्स भी झलकते हैं।