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अकबर बीरबल के किस्से: मासूम सजा

अकबर बीरबल के मजेदार किस्से...

By Babita KashyapEdited By: Published: Sat, 03 Dec 2016 12:58 PM (IST)Updated: Sat, 03 Dec 2016 01:02 PM (IST)
अकबर बीरबल के किस्से: मासूम सजा

एक दिन बादशाह अकबर ने दरबार में आते ही दरबारियों से पूछा - किसी ने आज मेरी मूंछें नोचने की जुर्रत की। उसे क्या सजा दी जानी चाहिए।

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दरबारियों में से किसी ने कहा - उसे सूली पर लटका देना चाहिए, किसी ने कहा उसे फाँसी दे देनी चाहिए, किसी ने कहा उसकी गरदन धड़ से तत्काल उड़ा देनी चाहिए।

बादशाह नाराज हुए। अंत में उन्होंने बीरबल से पूछा - तुमने कोई राय नहीं दी!

बादशाह धीरे से मुस्कराए, बोले - क्या मतलब?

जहांपनाह, खता माफ हो, इस गुनहगार को तो सजा के बजाए उपहार देना चाहिए - बीरबल ने जवाब दिया। जहांपनाह, जो व्यक्ति आपकी मूंछें नोचने की जुर्रत कर सकता है, वह आपके शहजादे के सिवा कोई और हो ही नहीं सकता जो आपकी गोद में खेलता है। गोद में खेलते-खेलते उसने आज आपकी मूंछें नोच ली होंगी। उस मासूम को उसकी इस जुर्रत के बदले मिठाई खाने की मासूम सजा दी जानी चाहिए - बीरबल ने खुलासा किया।

बादशाह ने ठहाका लगाया और अन्य दरबारी बगलें झांकने लगे।

साभार: साहित्यदर्शन.कॉम

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