Udaipur: राम और रहीम एक साथ कर रहे दुर्गा पूजा और रमजान की इबादत, कौमी एकता की मिशाल बनी उदयपुर की सेंट्रल जेल
नवरात्र और रमजान के पवित्र माह में सेंट्रल जेल में राम और रहीम भी आस्था से लबालब नजर आ रहे हैं। उदयपुर की सेंट्रल जेल में 310 बंदी ऐसे हैं जो मां दुर्गा की कृपा पाने को नवरात्रि का उपवास रख रहे हैं।
उदयपुर,जेएनएन। उदयपुर सेंट्रल जेल में बुधवार को कौमी एकता की मिशाल देखने को मिली। नवरात्रि के चलते हिन्दू कैदी अपने उपवास तथा रमजान के चलते मुस्लिम कैदी अपना रोजा एक साथ खोल रहे हैं। जेल में दोनों धर्मों के कैदी एक साथ पूजा और इबादत करते हैं।
जेल में उपवास और रोजा रखने वालों को मिलती है सुविधाएं
नवरात्र और रमजान के पवित्र माह में सेंट्रल जेल में राम और रहीम भी आस्था से लबालब नजर आ रहे हैं। उदयपुर की सेंट्रल जेल में 310 बंदी ऐसे हैं, जो मां दुर्गा की कृपा पाने को नवरात्रि का उपवास रख रहे हैं। वहीं 115 मुस्लिम बंदी रमजान के रोजे रख रहे हैं। जेल प्रशासन रमजान और नवरात्र में जेल में उपवास/रोजा रखने वाले इन बंदियों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं।
जेल में जीवन जीना सीख रहे कैदी
जेल अधीक्षक राजेंद्र कुमार कहते हैं कि जेल में बंदी एक-दूसरे की आस्था का सम्मान करते हुए एक साथ रोजा और उपवास रख रहे हैं। उनका कहना है कि सेंट्रल जेल में बंदियों को धर्म के अनुसार उनकी शिक्षा और दीक्षा के लिए पंड़ितों तथा मौलवियों की सेवा ली जा रही है, ताकि वह उनकी बात सुनकर सीख लें।
उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ ही अपनी सजा पूरी करने के बाद या न्यायिक हिरासत से रिहा होने के बाद अपराध की दुनिया से दूरी बनाकर जीवन जीना सीखें। जेल में बंदी एक-दूसरे की धार्मिक स्वस्तंत्रता का पूरा ख्याल ही नहीं रखते, बल्कि एक-दूसरे की पूजा विधान और रस्मों को निभाने में लगे हुए हैं।