Rajasthan: दौसा में एसीबी ने रिश्वत लेते दो अधिकारियों को किया गिरफ्तार
Rajasthan एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने भारतमाला परियोजना के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंची। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम वर्मा के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan: राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बुधवार को दौसा जिले में तैनात राज्य प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरएएस अधिकारी पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल उपखंड अधिकारी पद पर तैनात हैं। इनमें पुष्कर मित्तल को उनके सरकारी आवास पर रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। पिंकी मीणा को ऑफिस में रिश्वत की मांग करते हुए गिरफ्तार किया गया। दोनों अधिकारियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई है। इस मामले में एक दलाल नीरज मीणा को भी गिरफ्तार किया गया है। नीरज मीणा पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल के नाम पर धमका कर रिश्वत ले रहा था।
एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि दोनों अधिकारियों ने भारतमाला परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाइवे) के ठेकेदार से रिश्वत मांगी थी। इस मामले की जानकारी एसीबी तक पहुंची। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम वर्मा के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। सोनी ने बताया कि दोनों अधिकारियों द्वारा हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी के काम में रूकावट नहीं डालने और उसके खिलाफ दर्ज केसों को रफा-दफा करने के बदले रिश्वत मांगी गई थी। रिश्वत नहीं देने पर उन्हे परेशान किया जा रहा था। परेशान होकर कंपनी के अधिकारियों ने एसीबी में शिकायत की।
पुष्कर मित्तल को पांच लाख की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। पिंकी मीणा को 10 लाख रुपये की मांग करते हुए पकड़ा गया है। पकड़े गए दलाल नीरज मीणा द्वारा पुलिस अधीक्षक के लिए प्रतिमाह चार लाख की रकम ली जा रही थी। यह रकम कंपनी के वाहन नहीं जब्त करने और काम में रुकावट नहीं डालने के लिए ली जा रही थी। पिछले सात माह से यह रकम ली जा रही थी। इस मामले में एसीबी पुलिस अधीक्षक की भूमिका की भी जांच कर रही है। एसीबी ने राजस्थान में पिछले कुछ समय के दौरान रिश्वत लेते हुुए कई अफसरों को गिरफ्तार किया है।