Rajasthan: दुष्कर्म के मामले में अजमेर डेयरी के चेयरमैन की बढ़ी मुश्किलें, स्टे याचिका खारिज
Rajasthan अजमेर डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। एक युवती ने चेयरमैन पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। चौधरी ने कोर्ट में एफआइआर को लेकर स्टे की याचिका भी लगाई थी जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है।
अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में अजमेर डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। एक युवती ने चेयरमैन पर दुष्कर्म के आरोप लगाए थे। चौधरी ने कोर्ट में एफआइआर को लेकर स्टे की याचिका भी लगाई थी, जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है। पुलिस अब मामले में चालान पेश करेगी। चौधरी ने कोर्ट में कहा कि उसकी उम्र 74 साल की है। उसे बदनाम करने के लिए दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है। कोर्ट ने चेयरमैन की दलीलों को नहीं माना और पुलिस को जांच करने के आदेश दिए हैं। इस मामले की पीड़िता ने बताया कि अब उसे इंसाफ चाहिए। उसे स्टॉफ मिलकर टॉर्चर करता था। जब उसने इसकी शिकायत चौधरी से की तो अश्लील हरकतें करने लगा। युवती ने बताया कि वह अजमेर डेयरी में 17 अगस्त, 2019 को संविदा पर नौकरी लगी थी। उसे ट्रेनिंग के बाद यूनिट में प्रोडक्शन इंचार्ज बनाया था और वह शिफ्ट में काम करने लग गई।
डेयरी चेयरमैन रामचंद्र चाधरी और प्लांट मैनेजर उसे कुछ दिनों के बाद से परेशान करने लग गए और उसे टॉर्चर करते थे। चेयरमैन उस केबिन में बुलाकर परेशान करता था। प्लांट मैनेजर भी पास में बुलाता और चेयरमैन के नाम पर परेशान करता था। चेयरमैन ने उसे चार अक्टूबर, 2019 को अपने केबिन में बुलाया और पास आकर अश्लील हरकतें करने लगा। उसने विरोध करते हुए कहा कि मुझे जाने दो मुझे काम करना है। तब उसने कहा कि मुझे तुमसे बड़ा काम है। वह अश्लील हरकतें कर छेड़छाड़ करने लगा तो उसने धक्का देकर नीचे गिरा दिया। वह रोने लगी और जाने के लिए काफी मिन्नतें की। चेयरमैन ने कहा कि वह उसे स्थाई नौकरी दे देगा। इसके बाद जबरन केबिन को बंद कर उसके साथ दुष्कर्म किया। किसी को बताने पर उसे नौकरी से हटाने और जान से मारने की धमकी भी दी। वह रोते हुए केबिन से चली गई।
युवती ने बताया कि अगले दिन से उसने नौकरी पर जाना छोड़ दिया। वह अपने घर भीलवाड़ा चली गई। वहां पर थाने पहुंच कर रिपोर्ट दी। वहां पर उसे अजमेर में ही रिपोर्ट देने की बात कहीं गई। फिर उसने अजमेर में आकर दुष्कर्म की रिपोर्ट पुलिस को दर्ज कराई। उसने महिला आयोग में भी शिकायत की थी। पुलिस ने युवती का मेडिकल और कोर्ट में 164 के बयान भी दर्ज करा लिए। पीड़िता का कहना है कि चेयरमैन ने उसे नौकरी लगाने और राजीनामा कर रुपये का भी लालच दिया। उसका अपहरण कर मारने की भी प्रयास किया। पुलिस मामले की जांच कर रही थी कि चेयरमैन चौधरी ने कोर्ट में याचिका लगाकर स्टे ले लिया। कोर्ट ने मंगलवार को उसकी याचिका को खारिज कर दिया है। पीड़िता ने उसकी जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। रामगंज थाना प्रभारी सतेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि पुलिस अब मामले में चालान पेश करेगी।