Rajasthan Bypoll: हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान उपचुनाव के लिए दो सीटों पर घोषित किए प्रत्याशी
Rajasthan Bypoll हनुमान बेनीवाल ने कहा कि उपचुनाव साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का ट्रेलर साबित होंगे। इनमें प्रदेश की दिशा तय हो जाएगी। पार्टी ने चुनाव को लेकर सभी तैयारी कर ली है। कांग्रेस और भाजपा तीनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan Bypoll: राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव लड़ने की घोषणा की है। उन्होंने दो सीटों सहाड़ा व राजसमंद से प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी। सुजानगढ़ सीट पर फिलहाल प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। राजसमंद सीट से प्रहलाद खटाणा और सहाड़ा से बद्रीलाल जाट को टिकट दिया गया है। बेनीवाल ने कहा कि उपचुनाव साल, 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव का ट्रेलर साबित होंगे। इनमें प्रदेश की दिशा तय हो जाएगी। पार्टी ने चुनाव को लेकर सभी तैयारी कर ली है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और भाजपा तीनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित कर चुकी है। तीनों सीटों पर 30 मार्च तक नामांकन-पत्र दाखिल किए जा सकेंगे। 17 अप्रैल को मतदान होगा और दो मई को चुनाव परिणाम घोषित होगा।
इधर, राजस्थान की तीन विधानसभा सीटों पर 17 अप्रैल को होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने शनिवार को उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के लिए ये चुनाव अहम माने जा रहे हैं। तीन में से दो सीटों पर कांग्रेस और एक पर भाजपा विधायक थे। तीनों की बीमारी के कारण मौत हुई और अब उपचुनाव कराए जा रहे हैं। कांग्रेस ने दो सीटों पर सहानुभूति कार्ड खेला है। इसके तहत सहाड़ा से दिवंगत विधायक कैलाश त्रिवेदी की पत्नी गायत्री देवी और सुजानगढ़ से भंवरलाल मेघवाल के पुत्र मनोज मेघवाल को मैदान में उतारा है। स्वर्गीय भंवरलाल मेघवाल अशोक गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थे। बीमारी के कारण उनका निधन हुआ था । राजसमंद सीट से व्यापारी तनसुख बोहरा को टिकट दिया गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा सहित अन्य नेताओं से चर्चा का एक-एक नामों का पैनल पार्टी आलाकमान को भेजा था, जिसे शनिवार को मंजूरी दी गई।
उधर, भाजपा तीनों सीटों पर पहले ही प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है । इनमें राजसमंद सीट से दिवंगत विधायक किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति,सुजानगढ़ से पूर्व मंत्री खेमाराम और सहाड़ा से पूर्व मंत्री रतनलाल जाट को टिकट दिया गया है। तीनों ही सीटों पर कांग्रेस और भाजपा दोनों में भीतरघात का खतरा है। गुटबाजी को दूर करने के लिए दोनों ही पार्टियों के नेता जुट गए हैं। कांग्रेस ने मंत्रियों के साथ वरिष्ठ नेताओं को तीनों सीटों पर चुनाव अभियान का प्रभारी बनाया है। वहीं, भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं को जिम्मा सौंपा है। दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी 30 मार्च को नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।