Rajasthan: भीलवाड़ा यूआईटी में एसीबी ने तीन अभियंताओं को रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
Rajasthan राजस्थान के अजमेर में एसीबी ने एसई यूआईटी भीलवाड़ा रामेश्वर शर्मा और एक्सईएन संतोष शारदा को 75 हजार की घूस लेते हुए अरेस्ट किया है। वहीं सहायक अभियंता ब्रह्मलाल शर्मा को 25 हजार लेते अरेस्ट किया है।
अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान में अजमेर संभाग के भीलवाड़ा जिले की यूआईटी में कार्यरत तीन अभियंताओं को टोंक की एसीबी टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। टोंक एसीबी टीम ने एडिशनल एसपी विजय सिंह मीणा व एडिशनल एसपी जयपुर नरोत्तम वर्मा की अगुवाई में गुरुवार को अलसुबह यह कार्रवाई की है। एसई यूआईटी भीलवाड़ा रामेश्वर शर्मा और एक्सईएन संतोष शारदा को 75 हजार की घूस लेते हुए अरेस्ट किया है। वहीं, सहायक अभियंता ब्रह्मलाल शर्मा को 25 हजार लेते अरेस्ट किया है। एसीबी का अनुसंधान जारी है। कार्रवाई से जिले भर में चर्चा हो रही है।
इससे पहले भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने पिछले माह बाड़मेर में रहने वाले सेवानिवृत आरएएस अधिकारी प्रेमाराम परमार को निवास स्थान पर पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथ पकड़ा है। इस मामले में एक दलाल को भी हिरासत में लिया गया है। रिटायर्ड आरएएस अफसर के जोधपुर स्थित निवास स्थान से अंग्रेजी शराब की बोतलें मिली हैं, जिस पर जोधपुर के बोरानाडा थाने में अलग से प्रकरण दर्ज हुआ है। उसके जोधपुर स्थित निवास से लाखों रुपये की नगदी, जेवरात और शेयर बाजार तथा प्रॉपर्टी में निवेश के दस्तावेज भी जब्त किए गए है। जोधपुर एसीबी जोन डीआइजी विष्णु कांत के दिशा निर्देश में यह कार्रवाई हुई।
विष्णु कांत ने बताया कि अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेशन विभाग (अपील) बीकानेर प्रेमाराम परमार सेवानिवृत्त आरएएस को पूर्व सैनिकों व विस्थापितों को आवंटित की वाली जमीनों में दलाल नजीर खान के माध्यम से पांच लाख रुपये की रिश्वत राशि प्राप्त करते हुए निरुद्ध किया गया है। वह 31 अक्टूबर को कॉलोनाइजेशन डिपार्टमेंट से एडिशनल कमिश्नर पद से सेवानिवृत्त हुआ था। जोधपुर में बोरानाडा में एक मकान से काफी मात्रा में नगदी और शराब की बोतलें मिली हैं, जिसको लेकर भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।