जीका वायरस बना जी का जंजाल,पर्यटकों ने बुकिंग निरस्त कराई
जीका वायरस से प्रभावितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग निरस्त कराई है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। जीका वायरस अब राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य महकमे के लिए और जनता के लिए जी का जंजाल बन गया है। जीका वायरस से प्रभावितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग निरस्त कराई है।
राज्य के प्रमुख शहरों जयपुर,जोधपुर,उदयपुर,अजमेर और बीकानेर के कई होटलों में जिन पर्यटकों ने एक माह पहले से बुकिंग करवा रखी थी,उनमें से कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग निरस्त करा ली है। राज्य सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में जीका वायरस से सतर्क रहने के निर्देश जारी किए है। चिकित्सकों के अवकाश रद्द कर दिए गए है।
उधर जयपुर में जीका के 32 पॉजिटिव केस सामने आने के बाद राज्य मुख्य सचिव डी.बी.गुप्ता ने जीका वायरस के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र शास्त्री नगर और सिंधी कैम्प के लिए खास दिशा निर्देश जारी किए है। दरअसल, शास्त्री नगर मुस्लिम बाहुल इलाके मे इस तरह के मामले ज्यादा सामने आए है। लिहाजा अब मस्जिदों मे जीका वायरस से बचने के लिए और जागरुक करने को लेकर नमाज के वक्त ऐलान कराया जा रहा है। लोगों से सफाई रखने के लिए कहा जा रहा है।
दरअसल, जयपुर में जीका वायरस के 32 पॉजिटिव केस सामने आ चुके है। जिसमें से 29 शास्त्री नगर और 3 सिंधीकैंप क्षेत्र से है ।जीका वायरस को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तीन टीमें जयपुर आई है। चिकित्साकर्मी घर-घर सर्वे कर लोगों को जागरूक करने में जुटे है।
डरने वाली बात-
इस साल जीका के सिर्फ जयपुर में आये सबसे ज्यादा मामले। स्वाइन फ्लू में देश में नंबर वन राजस्थान है। यहां इस साल 186 की मौत, 1852 पॉजिटिव केस मिले है। महाराष्ट्र दुसरे और गुजरात तीसरे नंबर स्थान पर है।डेंगू के मामले में टॉप पांच राज्यों में राजस्थान है। इस साल यहां 3022 पॉजिटिव केस मिले,इनमें से 4 लोगों की मौत हुई है।