राजस्थान के पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में 975 ग्राम पंचायतों में सरपंच और पंच पदों के लिए हुआ मतदान
मतदान करीब 85 फीसदी रहा है। सरपंच पदों के लिए 4906 और पंच पदों के लिए 10205 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे। वहीं सरपंच के 32 और पंच के 5031 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है। इस बार 4 चरणों में चुनाव होने हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर : राजस्थान में पंचायती राज संस्थाओं के तीसरे चरण की सभी 975 ग्राम पंचायतों में सरपंच और पंच पदों के लिए मंगलवार को चुनाव हुए। मतदान करीब 85 फीसदी रहा है। सरपंच पदों के लिए 4906 और पंच पदों के लिए 10,205 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे वहीं सरपंच के 32 और पंच के 5031 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया है।
चुनाव की घोषणा के साथ ही आचार सहिंता लागू
राज्य निर्वाचन आयुक्त प्रेम सिंह मेहरा ने बताया कि तीसरे चरण के लिए 4482 ईवीएम मशीनों के माध्यम से मतदान हुआ । लगभग 30 प्रतिशत मशीनें रिजर्व में रखी गई हैं। इस बार 4 चरणों में चुनाव होने हैं। पहला चरण 28 सितंबर को पूरा हो चुका है। जबकि दूसरा चरण 3 अक्टूबर को हो गया है। तीसरा चरण मंगलवार और चौथा चरण 10 अक्टूबर को होगा। चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार सहिंता लागू कर दी गई थी।
कोरोना के कारण टल गए थे ये पंचायत चुनाव
उल्लेखनीय है कि पंचायत चुनाव अप्रैल माह में होने थे, लेकिन कोरोना महामारी के कारण टल गए थे। बाद में कोर्ट द्वारा इन चुनाव को 15 अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था। राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य की 7463 ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच के चुनाव जनवरी और मार्च माह में संपन्न कराए जा चुके हैं।
अब 3848 ग्राम पंचायतों पर आम चुनाव होंगे
इसके बाद 3861 ग्राम पंचायतों में चुनाव करवाए जाने थे। इनमें से 13 ग्राम पंचायतों को पूर्ण और आंशिक पूर से नगर पालिका क्षेत्र में सम्मिलित कर दिया गया। इसके बाद अब 3848 ग्राम पंचायतों पर आम चुनाव होंगे।
चित्तौड़गढ़ जिले के बम्बोरी गांव में पंचायत चुनाव
उदयपुर। चित्तौड़गढ़ जिले के बम्बोरी गांव में पंचायत चुनाव के दौरान मंगलवार को कोरोना पॉजीटिव मतदाता भी मतदान करने पहुंचे। पीपीई किट में सभी मतदाता सबसे अंत में मतदान करने पहुंचे। चित्तौड़गढ़ के बम्बोरी ग्राम पंचायत के लिए सरपंच तथा वार्ड पंच के निर्वाचन के लिए मंगलवार को मतदान शुरू हुआ। मतदान समाप्ति तक सायं पांच बजे तक 79 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया।
पीपीई किट में मतदान करने पहुंचे कोरोना पॉजीटिव
इससे पहले इस गांव के कोरोना पॉजीटिव मतदाताओं ने भी मतदान का उपयोग किया। उनको चिकित्सा टीम के निर्देशन में पीपीई किट पहनाया गया। कोरोना पॉजिटिव मतदाताओं के मतदान के दौरान मेडिकल की टीम भी वहां मौजूद रही। उन्हीं की देखरेख में कोरोना पॉजिटिव मतदाताओं से सबसे आखिर में मतदान करवाया गया। इसके बाद मतदान स्थल तक जाने वाले रास्ते तथा मतदान स्थल को हाइपोक्लोराइड से स्प्रे कर सेनेटाइज किया गया।
पहले आने वाले परिणामों में उदयपुर जिला अव्वल
उल्लेखनीय है कि निर्वाचन आयोग ने कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भी मतदान करने की छूट देते हुए उन्हें सबसे आखिर में मतदान करवाने के निर्देश जारी किए। इधर, उदयपुर जिले में आए छह परिणाम राज्य में सबसे पहले उदयपुर जिले में मंगलवार को आयोजित पंचायत चुनाव में सबसे पहले आने वाले परिणामों में उदयपुर जिला अव्वल रहा है। यहां आने वाले छह परिणाम राज्य के प्रथम छह परिणाम रहे।
राज्य का पहला परिणाम उदयपुर के चित्रावास से
जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा ने बताया कि तीसरे चरण के लिए राज्य का पहला परिणाम उदयपुर जिले के चित्रावास से आया, जहां वाट की बाई ने एक वोट से जीत दर्ज की। राज्य का दूसरा परिणाम भी उदयपुर से आया और कुण्डलावास से सीमा गमेती दो मतों से विजयी रही। तीसरा परिणाम पड़ावली कला गांव से आया, जहां भंवरलाल 416 मतों से विजयी रहे।
ग्राम पंचायत झाड़ोली से सरपंच पदमाराम विजयी
इसी तरह सायरा पंचायत के सिंघाड़ा गांव से वरदीचंद, पडावली खुर्द से सरपंच उम्मीदवार देवी लाल दायमा और राज्य के शुरूआती परिणाम में छठे नंबर पर उदयपुर जिले के ग्राम पंचायत झाड़ोली से सरपंच पदमाराम विजयी रहे।