कांकाणी गांव में दो काले हिरणों का बड़ा स्मारक बनाएगा विश्नोई समाज
वन विभाग ने दोनों हिरणों का शव विश्नोई समाज को सौंप दिया। लोगों का कहना है कि दोनों हिरणों का अंतिम संस्कार वहीं किया गया, जहां वे निढ़ाल पड़े मिले थे।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा । राजस्थान का विश्नोई समाज जोधपुर जिले के कांकाणी गांव में दो हिरणों का बड़ा स्मारक बनाएगा । यह स्मारक वहीं बनाया जाएगा,जहां सलमान खान पर दो काले हिरणों के शिकार का आरोप है। वैसे तो विश्नोई समाज ने दोनों काले हिरणों के शिकार के स्थान पर पहले से ही एक सीमेंट का एक चबूतरा बना रखा है। इस चबूतरे पर प्रतिदिन विश्नोई समाज के पुरूष अपना सिर झुकाते हैं औ शाम को महिलाएं दीपक जलाती है। इस चबूतरे के पास बैठकर ही प्रतिदिन वन्यजीवों की रक्षा का संकल्प लिया जाता है ।
लोग चबूतरे पर पक्षियों को दाना ड़ालते हैं। दो दिन पहले सलमान खान को जोधपुर सेशन कोर्ट से जमानत मिलने के बाद विश्नाई समाज ने हाईकोर्ट में अपील करने का निर्णय लेने के साथ ही उस स्थान पर बड़ा स्मारक बनाने का फैसला किया है,जहां दोनों हरिणों के शव उन्हे पड़े मिले थे । आरोप है कि सलमान खान ने उसी स्थान पर दोनों हिरणों का शिकार किया था ।
सोमवार को विश्नोई समाज के प्रमुख लोगों ने बैठक कर भविष्य की रणनीति पर चर्चा की । विश्नोई समाज के वकील महिपाल सिंह हाईकोर्ट में अपील की तैयारी में जुट गए। कांकाणी के लोगों की गवाही के आधार पर ही सलमान खान को हिरण शिकार मामले में दोषी पाया गया और वे दो दिन पूर्व सेशन कोर्ट से जमानत पर रिहा हुए। सलमान खान को आरोपी बनाने में कांकाणी के छोगाराम विश्नोई, पूनमचंद और भारमल की चश्मदीद गवाही प्रमुख कारण रही। अब ये तीनों ही देशभर में वन्यजीवों की रक्षा के लिए अलख जाने की मुहिम शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
छोगाराम का कहना है कि 1 और 2 अक्टूबर,1998 की रात एक गाड़ी जंगल में लगातार घूम रही थी। गाड़ी की आवाज सुनकर पूनमचंद की नींद खुली और उसने मुझे जगाया तो देखा,कुछ लड़कियां जोर-जोर से बोल रही थी "उसे गोली मारो" इस बीच गांव के युवक भी एकत्रित होने लगे,इनमें से ही कुछ ने पहचाना कि जिसने गोली चलाई वह सलमान खान था। लोगों ने कुछ दूर जाकर देखा तो दोनों हिरण निढ़ाल पड़े मिले,आसपास हिरणों का खून फैला हुआ था। लोगों ने रात को ही पुलिस को सूचना दी और अगले दिन सुबह वन विभाग को सूचना दी गई।
वन विभाग ने आवश्यक कार्रवाई के बाद दोनों हिरणों का शव विश्नोई समाज को सौंप दिया। लोगों का कहना है कि दोनों हिरणों का अंतिम संस्कार वहीं किया गया, जहां वे निढ़ाल पड़े मिले थे। विश्नोई समाज की परम्परा के अनुसार उन्हे दफनाया गया और कुछ दिन बाद वहां चबूतरा बना दिया गया। कांकाणी गांव के बंटी विश्नोई का कहना है कि काले हिरणों का अस्तित्व पहले से ही संकट में है और सलमान खान ने इन्ही का शिकार किया था । बंटी विश्नोई का कहना है कि हमारे जम्भो जी महाराज ने हमें वन्यजीवों की रक्षा का पाठ पढ़ाया है।