Rajasthan: दो ग्राम विकास अधिकारी व पटवारी रिश्वत लेते गिरफ्तार
Patwari Arrested राजस्थान में एसीबी ने जोधपुर व बीकानेर में एक-एक ग्राम विकास अधिकारी व बीकानेर में पटवारी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। एसीबी इनसे पूछताछ कर रही है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने जोधपुर व बीकानेर में एक-एक ग्राम विकास अधिकारी और पटवारी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। एसीबी जोधपुर की टीम ने फलोदी पंचायत समिति में बैंगटी खुर्द के ग्राम विकास अधिकारी को 13 सौ रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। उसने यह रिश्वत राशि नरेगा जॉब कार्ड बनाने की एवज में ली थी। जसवंत राम मेघवाल ने ये राशि अपनी टोपी में छिपाई थी। एसीबी के डीआईजी डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि बैंगटी खुर्द फलोदी निवासी खींवसिंह ने शिकायत की। इसमें बताया कि उसने अपने गांव में चल रहे नरेगा पर परिजनों मां लाछकंवर, भाई भंवर सिंह व चंदन सिंह के नरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन किया। तब बैंगटी खुर्द पंचायत में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी जसवंतराम मेघवाल ने इसके लिए 18 सौ रुपये की रिश्वत मांगी।
तब पांच सौ रुपये दे दिए गए। उसने इसकी शिकायत एसीबी में की। इस बारे में 22 जुलाई को सत्यापन करवाया गया। तब आरोपित द्वारा 13 सौ और मांगे जाने की पुष्टि पर एएसपी दुर्ग सिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में गठित टीम ने फलोदी पंचायत समिति के बैंगटी खुर्द पंचायत में लगे ग्राम विकास अधिकारी जसवंतराम को उसके सरकारी आवास पर 13 सौ रुपये रिश्वत लिए जाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। यह रिश्वत की राशि उसने अपनी टोपी में डाल रखी थी।
ग्राम विकास अधिकारी व पटवारी रिश्वत लेते गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बीकानेर की टीम ने खाजूवाला सियासर पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी को पांच हजार की रिश्वत लिए जाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इसी तरह श्रीडूंगरगढ़ मे कार्रवाई कर पटवारी को दस हजार की रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया। एसीबी के डीआईजी डॉ. विष्णुकांत ने बताया कि बीकानेर जिले के खाजूवाला स्थित 6एसएसएम सियासर चौगान निवासी नजीर खां पुत्र अलाजीवाया ने शिकायत 18 जुलाई को दी थी। इसमें बताया कि उसके पिता के नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना में भुगतान राशि आनी है। मगर सियासर पंचायत का ग्राम विकास अधिकारी माणकचंद पांच हजार रिश्वत की मांग कर रहा है। इस पर सत्यापन करवाया गया। डीआईजी विष्णुकांत के अनुसार सत्यापन से पूर्व 15 सौ रुपये आरोपित को दिए गए। शेष राशि आज देना तय हुआ। इस पर आज पंचायत के मिटिंग हॉल में ग्राम विकास अधिकारी को साढ़े तीन हजार रुपये और रिश्वत लिए जाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया।
डीआइजी ने बताया कि एक अन्य कार्रवाई श्रीडूंगरगढ़ के पूनरासर के पटवारी रामावतार को दस हजार की रिश्वत लिए जाने के आरोप में पकड़ा गया। उसने परिवादी पुनरासर सेरूणा गांव के राजूनाथ पुत्र घुडऩाथ से सामलाती जमीन के लिए केसीसी लोन ले रखा था। जिसके एवज में पटवारी पुनरासर रामावतार ने 11 हजार रुपये मांगे थे। यह शिकायत 21 जुलाई को की गई थी। इस पर आज निरीक्षक पुलिस अनिल शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने पटवारी रामावतार को दस हजार रुपये रिश्वत लिए जाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।