गांव बंद आंदोलन का राजस्थान में व्यापक असर
देशभर में शुक्रवार को किसानों की ओर से किए गए गांव बंद आंदोलन का राजस्थान में व्यापक असर देखने को मिला।
जयपुर, जागरण संवाददाता। देशभर में शुक्रवार को किसानों की ओर से किए गए "गांव बंद आंदोलन " का राजस्थान में व्यापक असर देखने को मिला। जयपुर,सीकर,बीकानेर,श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में सबसे अधिक असर दिखाई दिया ।
किसान आंदोलन के चलते दूध और सब्जियों की आपूर्ति बाधित हुई । जयपुर जिले के किसानों ने सुबह से ही गांवों से बाहर निकलने वाले रास्ते बंद कर दिए और दूध एवं सब्जियां रास्तों में फैलाकर विरोध जताया । गांवों से बाहर दूध नहीं निकलने के कारण जयपुर शहर में दूध की आपूर्ति नहीं हो सकी। दूध के लिए लोग दिनभर परेशान होते रहे,आखिरकार शाम को जिला कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन ने पुलिस अधिकारियों से बात कर कहा कि जो भी किसान दूध और सब्जी शहर में लाना चाहे उसे पूरी सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए।
बीकानेर में किसानों ने मेगा हाइवे पर जाम लगाकर ट्रकों की तलाशी ली,जिन ट्रकों में दूध और सब्जी नजर आए उन्हे वहीं फैला दिया । श्रीगंगानगरजिले में किसानों ने गांवों के रास्ते सुबह से ही बंद कर दिए थे । किसानों ने ना तो अनाज गांव से बाहर निकलने दिया और ना ही दूध और सब्जी बाहर निकलने दी।
हनुमानगढ़ एवं सीकर जिलों में किसानों और पुलिसकर्मियों के बीच कुछ देर तक विवाद भी हुआ,जिसे वरिष्ठ अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर शांत करवाया। उल्लेखनीय है कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग को लेकर किसान महासंघ ने देशभर में गांव बंद की घोषणा की थी। इसी के तहत शुक्रवार को राजस्थान के गांव बंद रहे। प्रदेश के कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी का कहना है कि राजस्थान सरकार किसानों को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए है ।