Move to Jagran APP

Rajasthan: वसुंधरा समर्थकों ने आरएलपी को एनडीए से बाहर करने के लिए अमित शाह व जेपी नड्डा को लिखा पत्र

Rajasthan वसुंधरा राजे का विरोध करते हुए अब बेनीवाल ने दो दिन पहले कृषि कानूनों पर एनडीए से अलग होने की धमकी दी। बेनीवाल की इस धमकी पर वसुंधरा समर्थकों ने अमित शाह व जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा कि आरएलपी से संबंध तोड़ लिए जाएं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 09:07 PM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 09:25 PM (IST)
Rajasthan: वसुंधरा समर्थकों ने आरएलपी को एनडीए से बाहर करने के लिए अमित शाह व जेपी नड्डा को लिखा पत्र
वसुंधरा समर्थकों ने आरएलपी को एनडीए से बाहर करने के लिए अमित शाह व नड्डा को लिखा पत्र। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: राजस्थान में एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी ) के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की जैसे ही आलोचना की, वैसे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समर्थक उन्हें एनडीए से बाहर निकलवाने को लेकर सक्रिय हो गए। बेनीवाल लंबे समय से वसुंधरा राजे के खिलाफ सावर्जनिक रूप से बयानबाजी करते रहे हैं। भाजपा नेतृतव ने उन्हें ऐसा नहीं करने की हिदायत भी दी, लेकिन वे मान नहीं रहे। वसुंधरा राजे का विरोध करते हुए अब बेनीवाल ने दो दिन पहले कृषि कानूनों पर एनडीए से अलग होने की धमकी दी। बेनीवाल की इस धमकी को वसुंधरा राजे समर्थकों ने मुद्दा बना लिया और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर कहा कि आलाकमान तत्काल आरएलपी से संबंध तोड़ ले,इससे पार्टी में अच्छा संदेश जाएगा।

loksabha election banner

विधायक प्रताप सिंह सिंघवी, पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल, भवानी सिंह राजावत, विघाशंकर नंदवाना व जिला प्रमुख गोविंद सिंह परमान ने एक बयान जारी कर बेनीवाल द्वारा एनडीए से संबंध तोड़ने की धमकी पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि बेनीवाल कल क्या आज ही भाजपा से संबंध तोड़ लें। भाजपा को उनकी कोई जरूरत नहीं है। वे खुद ही आगे बढ़कर भाजपा के दरवाजे पर आए थे। वसुंधरा राजे समर्थक नेताओं ने कहा कि बेनीवाल की पार्टी एक जाति विशेष में सिमटी हुई है। वे लगातार वसुंधरा राजे पर कीचड़ उछाल रहे हैं। वसुंधरा राजे आज भी प्रदेश की लोकप्रिय नेता हैं। इन नेताओं ने कहा कि बेनीवाल की पार्टी के गिनती के विधायकों के चले जाने या आ जाने से पार्टी की सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। 

गौरतलब है कि इससे पहले एनडीए में सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने कृषि कानूनों के मामले में केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि किसानों की बात सुननी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों की बात सुनकर कृषि कानूनों को वापस लेने की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि हरियाणा समेत आसपास के राज्यों की सरकारें किसानों पर कोई दमनकारी नीति नहीं अपनाएं। अगर पुलिस व सरकारों ने कोई दमनकारी नीति अपनाई तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी राजस्थान सहित देशभर में किसानों के पक्ष में प्रदर्शन करेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.