राजस्थान में किसानों की मौत पर वसुंधरा राजे ने सीएम गहलोत पर साधा निशाना
Death of Farmers in Rajasthan. राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का आरोप है कि किसानों की पीड़ा सरकार को नजर नहीं आ रही है।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान में सर्दी से किसानों की मौत राजनीतिक मुद्दा बनती जा रही है। इस मामले को लेकर भाजपा के नेता सरकार को संवेदनहीन बता रहे हैं। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का आरोप है कि किसानों की पीड़ा सरकार को नजर नहीं आ रही है, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एक परिवार की चाटुकारिता में लगे हैं।
राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से सर्दी का असर बहुत ज्यादा है और रात में कई जगह तापमान माइनस में चल रहा है।
उधर, सरकार सिंचाई के लिए बिजली रात में ही दे रही है। ऐसे में किसानों को इतनी सर्दी में रात में खेतों में पानी लगाना पड़ रहा है। यही कारण है कि पिछले दिनों में झालावाड और एक अन्य स्थान पर दो किसानों की सर्दी से मौत का मामला सामने आया है। इनके अलावा सोमवार को भी बूंदी के ठीकरदा गांव में एक किसान श्योजीलाल माली की कुछ ऐसी ही परिस्थितियों में मौत की बात सामने आ रही है। उसके परिजनों के अनुसार, यह किसान भी रात में खेत पर सिंचाई के लिए गया था। वहां बेहोश हो गया और जब उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया तो उपचार के दौरान मौत हो गई।
इन मामलों को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावार हो रही है। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इस मामले में अपने ट्वीट मे कहा है कि सरकार किसानों के प्रति कितनी संवेदनशील है, ये अभी से दिखाई दे रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर एक परिवार की चाटुकारिता में व्यस्त होने और चुप्पी साधनेे का अरोप लगाया है। अपने दो ट्वीट में राजे ने कहा है कि किसानों के हितैषी बनने का ढोंग करने वाले अशोक गहलोत को इनकी पीड़ा नहीं नजर आती। आएगी भी कैसे, 16 दिन के कार्यकाल में 11 दिन तो मुख्यमंत्री ने दिल्ली में ‘एक परिवार’ की चाटुकारिता में लगा दिए।
दूसरे ट्वीट में वसुंधरा राजे ने लिखा, सत्ता के मद में चूर गहलोत सरकार की किसानों के प्रति संवेदना खत्म हो चुकी है। झालरापाटन के गोविंदपुरा गांव के मोहनलाल लोधा की रात में सिंचाई के दौरान ठंड लगने से मौत हो गई। किसानों की सरकार और किसानों का मुख्यमंत्री का ढोल पीटने वाले राहुल गांधी के मुख से अब एक शब्द भी नहीं निकला। उधर, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदनलाल सैनी भी इस मामले में बयान देकर सरकार को संवेदनहीन बता चुके हैं। उन्होंने ऐसे हादसों में मृतक किसानों के लिए बीस लाख रुपये मुआवजे की मांग भी की है।
कर्जमाफी पर भी घेरा
राजे ने सरकार को किसानों की कर्जमाफी पर भी घेरा है और अपने ट्वीट में कहा है कि कांग्रेस ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। कांग्रेस ने दस दिन में कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन दोगुना समय निकल गया, और किसानों का एक पैसे का कर्ज माफ नहीं हुआ। उन्होंने यूरिया पर भी ट्वीट किया और कहा कि केंद्र सरकार पर्याप्त यूरिया दे रही है, लेकिन यहां की सरकार किसानों को यूरिया की जगह लाठियां दे रही है।