Rajasthan: आतंकवाद के खिलाफ युद्धाभ्यास में जुटे अमेरिका और भारत के सैनिक
Rajasthan युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाएं आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की एक मजबूत योजना बनाकर काम कर रही है। युद्धाभ्यास के अंतिम दिनों में काउंटर टेरेरिज्म को खत्म करने के तरीकों का अभ्यास किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: राजस्थान में बीकानेर जिले के महाजन फील्ड फायरिंग रेेंज में भारत और अमेरिकी सेना का युद्धाभ्यास बृहस्पतिवार को भी जारी रहा। युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों की सेनाएं आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की एक मजबूत योजना बनाकर काम कर रही है। युद्धाभ्यास के अंतिम दिनों में काउंटर टेरेरिज्म को खत्म करने के तरीकों का अभ्यास किया जा रहा है। दोनों देशों के सैनिक काउंटर टेरेरिज्म को लेकर योजना बनाकर युद्धाभ्यास कर रहे हैं। इसके तहत आतंकियों के ठिकानों का पता लगाकर खत्म करना, आतंकियों के कैंप को निशाने पर लेना। आबादी इलाकों में छिपे आतंकियों को तलाशकर खत्म करने की योजना को लेकर दोनों देशों के सैनिक अभ्यास कर रहे हैं।
इस अभ्यास के तहत सैनिक आतंकियों के ठिकानों पर गुपचुप तरीके से पहुंचते हैं और अचानक हमला करते हैं, जिससे उन्हें बचने का मौका नहीं मिल सके। एक सप्ताह से भी अधिक समय से चल रहे युद्धाभ्यास में रेगिस्तान में रात के अंधेरे में धीमी चाल के साथ काल्पनिक आतंकियों के ठिकानों पर सैनिक पहुंचते हैं और फिर दरवाजा व खिड़की तोड़कर अंदर प्रवेश करते हैं। आतंकियों को बचाव का मौका दिए बिना ही उन पर धावा बोलते हैं। अमेरिकी टैंक स्ट्राइकर और भारतीय सेना का टैंक सारथी से सैनिक काल्पनिक ठिकानों पर गोले दागते हैं। एक-दूसरे के ठिकानों पर हमला करते हैं। इस बार युद्धाभ्यास का समापन 21 फरवरी को होगा। इस दिन अब तक हुए युद्धाभ्यास का डिमांस्ट्रेशन होगा। राजस्थान में गत आठ फरवरी से शुरू हुए युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए 270 अमेरिकी सैनिकों का दल छह फरवरी को बीकानेर पहुंच गया था। अमेरिकी सेना का प्रतिनिधित्व दो इन्फ्रंट्री बटालियन, तीन इन्फेंट्री रजिमेंट, एक और दो स्ट्राइकर ब्रिगेड कॉम्बैट टीम ने किया। वहीं, भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व सप्तशक्ति कमान की 11वीं बटालियन जम्मू-कश्मीर राइफल्स कर रही है। दोनों देशों के बीच साल, 2004 से युद्धाभ्यास की प्रक्रिया शुरू हुई है।