Lockdown: उत्तर प्रदेश के 7500 स्टूडेंट्स को कोटा से घर तक पहुंचाएगी 250 बसें
Lockdown. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक बस में 30-30 स्टूडेंट्स को बिठाने का प्रबंध किया गया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Lockdown. देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध राजस्थान के कोटा में फंसे उत्तर प्रदेश के 7500 स्टूडेंट्स को उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की 250 बसें शुक्रवार शाम कोटा पहुंची। इन बसों को साफ-सफाई के बाद यहां सैनिटाइज किया गया। स्टूडेंट्स की स्क्रीनिंग की गई। अब ये बसें आधी रात बाद उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के लिए रवाना होंगी।
सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक बस में 30-30 स्टूडेंट्स को बिठाने का प्रबंध किया गया है। प्रत्येक बस में जिलावार स्टूडेंट्स बैठाने का प्रबंध किया गया है या एक जिले के स्टूडेंट्स एक ही बस में बैठकर अपने गृह जिले तक जाएंगे। स्टूडेंट्स को मास्क, सैनिटाइजर, पानी की बोतल और भोजन के पैकेट दिए गए हैं। ये बसें कोटा से रवाना होकर उत्तर प्रदेश से सटे राजस्थान के भरतपुर जिले होते हुए आगरा में प्रवेश करेंगी। आगरा से फिर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में जाएंगी।
कोटा जिला कलेक्टर ओमप्रकाश कसेरा का कहना है कि शनिवार सुबह तक सभी स्टूडेंट्स उत्तर प्रदेश में अपने-अपने घर तक पहुंच जाएंगे।
उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि जैसा कि यूपी सरकार ने कोटा में रहने वाले छात्रों को वापस बुलाया है। यह अन्य राज्यों के छात्रों के लिए भी किया जा सकता है। कोटा में छात्रों को संबंधित राज्य सरकार की सहमति पर उनके गृह राज्यों में भेजा जा सकता है, ताकि वे युवा लड़के और लड़कियां घबराएं या प्रभावित न हों।
40 हजार स्टूडेंट्स कोटा में कर रहे तैयारी
उल्लेखनीय है कि विभिन्न राज्यों के स्टूडेंट्स को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर राज्य के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने सात राज्यों के मुख्य सचिवों से बात कर कोटा में रह रहे स्टूडेंट्स को उनके घर तक पहुंचाने का प्रबंध करने का आग्रह किया है। हालांकि फिलहाल उत्तर प्रदेश के आलावा किसी अन्य राज्य ने अपने गृह प्रदेश के स्टूडेंट्स को बुलाने को लेकर हामी नहीं भरी है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 350 बसें कोटा पहुंची।
उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और पश्चिम बंगाल के भी स्टूडेंट्स कोटा के विभिन्न कोचिंग संस्थानों में अध्ययन कर रहे हैं। अचानाक लॉकडाउन होने के कारण ये स्टूडेंट्स यहां लंबे समय से फंसे हुए हैं। ये सभी अपने घर जाना चाहते हैं, लेकिन रेल और रोडवेज की बसें बंद होने के कारण नहीं जा पा रहे। कोटा के जिला कलेक्टर ने पिछले दिनों कुछ स्टूडेंट्स को पास देकर अपने घर जाने की अनुमति दी थी, लेकिन बिहार सरकार इन स्टूडेंट्स को अपने यहां प्रवेश देने को तैयार नहीं हुई। इसका कारण संक्रमण का खतरा बताया जा रहा है। कोटा में करीब 40 हजार स्टूडेंट्स आईआईटी, मेडिकल सहित विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए आए हुए हैं।