अनलॉक-2: राजस्थान में 31 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज
Unlock 2. सभी स्कूल कॉलेज कोचिंग संस्थान 31 जुलाई बंद रहेंगे। सामाजिक राजनीतिक खेल मनोरंजन सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम सभाएं बड़े सामूहिक आयोजनों पर रोक रहेगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Unlock 2. राजस्थान सरकार ने बुधवार एक जुलाई से शुरू होने वाले अनलॉक-2 के लिए मंगलवार को गाइडलाइन जारी कर दी है। राज्य में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव स्वरूप की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार, सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान व अन्य शैक्षणिक संस्थान 31 जुलाई तक बंद रहेंगे। केंद्र और राज्य के ट्रेनिंग संस्थान 15 जुलाई से शर्तों के साथ खुल सकते हैं। इसके अलावा, प्रदेश में धार्मिक स्थलों को अभी बंद रखा गया है। इस छूट के में ग्रामीण क्षेत्रों के वे ही मंदिर शामिल होंगे, जहां पहले प्रतिदिन 50 से ज्यादा लोग नहीं आते थे। इस गाइडलाइन में दी गई कोई भी छूट हॉटस्पॉट और कंटेंनमेंट या कर्फ्यूग्रस्त एरिया में लागू नहीं होगा। अब रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक सभी गैर-आवश्यक गतिविधियों के लिए आवागमन पर प्रतिबंध रहेगा।
इन पर रोक रहेगी
सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान 31 जुलाई बंद रहेंगे। सभी सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम, सभाएं, बड़े सामूहिक आयोजनों पर रोक रहेगी। सिनेमा हॉल, जिम, मनोरंजन पार्क, स्विमिंग पूल, थियेटर्स एवं ऑडिटोरियम बंद रहेंगे। केंद्र सरकार की अनुमति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय उड़ान के अलावा सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध रहेगा। मेट्रो रेल सेवा को भी अभी बंद रखा जाएगा। विवाह समारोह में पहले की तरह 50 एवं अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोग एकत्रित नहीं हो सकेंगे। सार्वजनिक, कार्य स्थलों एवं परिवहन के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसी तरह सार्वनजिक स्थानों पर प्रत्येक व्यक्ति कम से कम छह फीट की दूरी बनाए रखेगा। सार्वजनिक एवं कार्य स्थलों पर थूकने पर बैन रहेगा। सार्वजनिक स्थानों पर शराब, पान, गुटखा, तंबाकू के सेवन पर प्रतिबंध रहेगा। 65 साल और इससे ज्यादा उम्र के व्यक्तियों, पुराने रोगों से पीड़ित व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं व 10 साल की उम्र से कम वर्ष के बच्चों को घर पर ही रहने की हिदायत दी गई है। अति आवश्यक जरूरत होने पर ही उन्हें घर से बाहर जाने को कहा है।
अजमेर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में बजेंगी घंटियां
अजमेर जिले भर के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित मंदिरों में एक जुलाई की सुबह से ही घंटियां बजना शुरू हो जाएंगी। इसके साथ ही श्रद्धालुओं द्वारा पूजा पाठ भी शुरू हो जाएगा। अब ऐसे मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगी हुई थी। सरकार की गाइड लाइन के अनुसार, मंदिरों के संचालकों एवं पुजारियों ने पूरी तैयारी कर ली है। ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों के खुलने से श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है।
जिले में 450 मस्जिदों में होगी नमाज
एक जुलाई से अजमेर के ग्रामीण क्षेत्रों की मस्जिदों में भी नमाज पढऩे का काम शुरू हो जाएगा। जिले भर की मस्जिदों के रख रखाव में सक्रिय भूमिका निभाने वाली संस्था इदारा दावातुल हक ऊंटड़ा के सचिव मौलाना अयूब ने बताया कि अजमेर में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 615 मस्जिदें संचालित हैं। इनमें से करीब 450 मस्जिदें ग्रामीण क्षेत्र में हैं। ऐसी सभी मस्जिदें सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
एडवाइजरी की पालना नहीं हुई तो होगी सख्ती
अजमेर के जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक एक जुलाई से ग्रामीण क्षेत्र के धार्मिक स्थल खुल जाएंगे। इनमें मस्जिद, मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च एवं अन्य अराधना स्थल शामिल होंगे। लेकिन सभी धर्मालंबियों को सरकार की गाइड लाइन का पालन करना होगा। किसी भी स्थल पर एक साथ पचास से ज्यादा व्यक्ति एकत्रित नहीं हो सकेंगे।
एसपी ने कहा कि स्थानीय निकाय वाले क्षेत्रों को शहरी सीमा में माना जाएगा, इसलिए नगर निगम से लेकर नगर पालिका तक के क्षेत्रों में धार्मिक स्थल नहीं खुलेंगे। यदि किसी धार्मिक स्थल को लेकर असमंजस की स्थिति हो तो संबंधित उपखंड अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। धार्मिक स्थलों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग भी रखना जरूरी है।
एसपी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में सतर्कता बरतना बेहद जरूरी है। यदि किसी स्थान पर गाइड लाइन की अवेहलना होते दिखी तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। एसपी ने स्पष्ट किया कि अजमेर के निकट जैन तीर्थ और सरवाड़ में ख्वाजा फाखरुद्दीन साहब की दरगाह जैसे धार्मिक स्थल नहीं खुलेंगे, फिलहाल बंद ही रहेंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए गत 22 मार्च से धार्मिक स्थलों को भी बंद कर दिया गया था। सरकार के निर्णय के मुताबिक शहरी क्षेत्र के धार्मिक स्थल जिनमें ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, तीर्थराज पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर तो अभी बंद ही रहेंगे। सरकार ने सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों के धार्मिक स्थल खोलने की अनुमति दी है।