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Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की सियासी जंग में शायरी, कविताओं के बरछी-भाले

Rajasthan Political Crisis राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच सचिन पायलट के ट्वीट को तीन लाख से ज्यादा लोगों ने पसंद किया और 65 हजार लोगों ने इसे रीट्वीट किया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 04:08 PM (IST)Updated: Thu, 16 Jul 2020 04:08 PM (IST)
Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की सियासी जंग में शायरी, कविताओं के बरछी-भाले
Rajasthan Political Crisis: राजस्थान की सियासी जंग में शायरी, कविताओं के बरछी-भाले

जयपुर, मनीष गोधा। Rajasthan Political Crisis: राजस्थान में चल रही सियासी जंग सोशल मीडिया पर भी लड़ी जा रही है और इस जंग में शायरी, कविता, मुहावरों और प्रसिद्ध उक्तियों के बरछी-भाले जमकर इस्तेमाल हो रहे हैं। कांग्रेस के बागी सचिन पायलट खेमे के तीन विधायक विश्वेन्द्र सिंह, मुकेश भाकर और रामनिवास गवारिया इनका जम कर इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं, भाजपा की ओर से उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड और केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत इनका जोश बढ़ा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खेमे से इस मामले में अभी चुप्पी है। एक-दो ट्वीटस के जवाब जरूर आए हैं, लेकिन हमले फिलहाल पायलट खेमे से ही ज्यादा हैं।

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इस सियासी जंग में एक खेमे के नायक सचिन पायलट ने जब पहली प्रतिक्रिया दी तो वह सत्य को परेशान किया जा सकता है, पराजित नहीं जैसी प्रसिद्ध उक्ति थी। उनका यह ट्वीट पायलट खेमे के विधायकों और उनके समर्थकों में लगातार चल रहा है। सचिन का यह ट्वीट तीन लाख से ज्यादा लोगों ने पसंद किया और 65 हजार लोगों ने इसे रीट्वीट किया। उनके इस ट्वीट का जवाब कांग्रेस प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने दिया था कि सत्य वचन, आपने भाजपा के साथ मिल कर सत्य को काफी परेशान किया, लेकिन पराजित नहीं कर पाए और न आगे कर पाएंगे।

सोशल मीडिया पर इस लड़ा के सबसे योद्धा सचिन पायलट के खेमे के प्रमुख नेताओं में शामिल विश्वेन्द्र सिंह हैं, जो भरतपुर राजपरिवार से संबंध रखते हैं। गहलोत सरकार में पर्यटन मंत्री का दायित्व संभाल रहे थे। वे ट्विटर पर पर खासे सक्रिय रहते हैं और इस सियासी जंग में शायरी के जरिए पहला हमला उन्होंने ही बोला था। दो दिन पहले उन्होंने ट्वीट किया था कि मै बोलता हूं तो इल्जाम है बगावत का, मैं चुप रहूं तो बड़ी बेबसी सी होती है।उनके इस ट्वीट को 25 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया और चार हजार से ज्यादा ने रीट्वीट किया।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने उनकी तारीफ करते हुए ट्वीट किया कि वाह राजा साहब बेहद खूब अंदाज हैं आपके। फिर उसी दिन उन्होंने एक और ट्वीट किया कि काट कर जुबान मेरी कह रहा है वो जालिम, अब तुझे इजाजत है हाले दिल सुनाने की। इसे 29 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया। यह वहीं दिन था, जब सचिन पायलट, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से हटाने का फैसला किया गया था। इस ट्वीट पर भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी भगवान कृष्ण के एक कथन अन्याय व अपने अधिकारों के लिए लड़ना ही सर्वोपरि धर्म है, फिर चाहे वह अपना खुद का परिवार ही क्यों न हो से स्वागत किया। उनके ट्वीटस पर प्रतिक्रिया देने वालों में भाजपा के नेता काफी आगे रहते हैं।

इनके अलावा सचिन पायलट खेमे के दो युवा विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गवारिया भी शायरी और कविताओं के जरिए ही अपनी बात रख रहे हैं। भाकर युवक कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। अपने नेताओं पर कार्रवाई वाले दिन भाकर ने लिखा जिंदा हो जिंदा नजर आना जरूरी है, उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है, कांग्रेस में निष्ठा का मतलब अशोक गहलोत की गुलामी है, जो हमें मंजूर नहीं। इसे 50 हजार लोगों ने लाइक किया। वहीं, गुरुवार को उन्होंने ट्वीट किया कि द्वंद्व कहां तक पाला जाए, युद्ध कहां तक टाला जाए, तू भी है तेजा का वंशज फेंक जहां तक भाला जाए। इसे विश्वेन्द्र सिंह ने रीट्वीट किया है।

वहीं, रामनिवास गवारिया तो लगातार कविताओं और शायरी के जरिए ही अपनी बात कर रहे हैं। अपने नेताओं पर कार्रवाई वाले दिन उन्होंने ट्वीट किया कि हर किसी का दमन करना बेशक तुम्हारा पेशा है, तुम्हारे दमन को सहना अब न हमारे बस का है। वहीं, गुरुवार को उन्होंने ट्वीट किया कि जमीर जिंदा देखा हमारा और हमको बिकाऊ बोल दिया, हम अनमोल थे मगर, उसने हमको पैसों के आरोप से तौल दिया इसकी आगे की लाइन बहुत तीखी है, जिसमें लिखा है कि कर्जदार रहेंगे जोधपुर के वीर शेरो के, जिन्होंने जादूगर के वैभव को अपने पैरों तले रौंद दिया। गौरतलब है कि राजस्थान में गहलोत को जादूगर के रूप में जाना जाता है और वैभव उनके बेटे का नाम है। इस बार के लोकसभा चुनाव में वे वैभव जोधपुर से प्रत्याशी थे और चुनाव हार गए थे।

दर्शक भाजपाई बढ़ा रहे जोश

राजस्थान के इस सियासी जंग में भाजपा अपने आप को दर्शक बता रही है, लेकिन एक दर्शक के रूप में इसके नेता पायलट खेमे का ही जोश बढ़ा रहे हैं। भाजपा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड इन दिनों ट्विटर पर खासे सक्रिय हैं। एक दिन पहले उन्होंने ट्वीट किया कि आठ फिरंगी नौ गोरा, लड़े जाट का दो छोरा यह कहावत जाटों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसमें उन्होंने विश्वेन्द्र सिंह को टैग करते हुए लिखा कि सम्मान के संघर्ष की ओर एक बार फिर भरतपुर। इसी दिन राठौड ने एक और ट्वीट किया, जिसमें लिखा था कि गिरते है शहसवार मैदाने जंग में वो तिफल क्या गिरे जो घुटनों के बल चले। इस ट्वीट में उन्होंने सचिन पायलट को टैग किया था। वहीं, आज उन्होंने ट्वीट किया कि लोहिया ने सही कहा था...जिंदा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करतीं। इसमें भी उन्होंने सचिन पायलट को टैग किया है। वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत भी कुछ व्यंग्यात्मक ट्वीट कर रहे है जैसे कि आज उन्होंने ट्वीट किया ऑटो पायलट वर्सेज फाइटर पायलट। वहीं, दो दिन पहले ट्वीट किया था कि बगावत के सुर बताते हैं कि राजा के महल में घुटन बहुत है।


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