Plasma Therapy in Udaipur: उदयपुर में भी प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना संक्रमितों का उपचार शुरू
कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए उदयपुर में भी प्लाज्मा थैरेपी उपयोग में ली जाने लगी है। राज्य सरकार से मिली मंजूरी के बाद सोमवार को पहला प्लाज्मा डोनर भी मिल गया।
उदयपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए उदयपुर में भी प्लाज्मा थैरेपी उपयोग में ली जाने लगी है। राज्य सरकार से मिली मंजूरी के बाद सोमवार को पहला प्लाज्मा डोनर भी मिल गया। शहर के सवीना क्षेत्र के तीस वर्षीय युवक रौनक सुहालका ने यहां महाराणा भूपाल अस्पताल में चिकित्सकों की देखरेख में प्लाज्मा डोनेट किया। यहां रविन्द्रनाथ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. लाखन पोसवाल एवं महाराणा भूपाल चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन का कहना था कि दो दिन पहले राज्य सरकार ने उदयपुर में कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए प्लाज्मा
थैरेपी उपयोग की मंजूरी दी थी। सोमवार को रौनक सुहालका पहले डोनर के रूप में सामने आए, जिन्होंने प्लाज्मा डोनेट किया। रौनक और उसके परिवार के पांच सदस्य दो मई को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। रौनक में संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। उपचार के बाद उसके स्वस्थ्य होने पर उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। प्लाज्मा डोनेट के लिए ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जिसके कोरोना संक्रमण से स्वस्थ्य होने के बाद एक महीना पूरा हो चुका हो। रौनक के प्लाज्मा डोनेट के लिए सामने आने पर ट्रांसफ्यूजन मेडिकल के मुखिया डॉ. संजय, नोडल ऑफिसर, डॉ. भागचंद तथा मेडिकल ऑफिसर डॉ. सुरेश लखारा की टीम ने प्लाज्मा लिया तथा उसका उपयोग अब कोरोना संक्रमितों के लिए करना शुरू कर दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने उदयपुर के उन लोगों से भी अपील की है जो कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए एक महीना से अधिक हो गया, वह भी प्लाज्मा डोनेट के लिए आगे आएं। डॉ. पोसवाल के मुताबिक प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना संक्रमितों के उपचार में मिली सफलता के बाद ही प्रदेश में इस विधि को उपयोग में लिया जा रहा है। उदयपुर में संक्रमितों के रिकवर की रेट प्रदेश के अन्य जिलों की अपेक्षा बेहतर है। प्लाज्मा थैरेपी के बाद इसमें और भी सुधार आने की उम्मीद की जा रही है।