जोधपुर में शुरू हुआ साफा प्रशिक्षण शिविर, विरासत सहेजने के लिए युवाओं को सिखा रहे साफा बांधना
राजस्थान की आन-बान और शान का प्रतीक साफा बांधने के तरीके से युवाओं को रूबरू कराने और विरासत को सहेजने के उद्देश्य से जोधपुर में अनूठी पहल की गई है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान की आन-बान और शान का प्रतीक साफा बांधने के तरीके से युवाओं को रूबरू कराने और विरासत को सहेजने के उद्देश्य से जोधपुर में अनूठी पहल की गई है। मारवाड़ सोशल मीडिया सहयोग संस्थान एवं वीर दुर्गादास राठौड़ स्मृति समिति की ओर से भूतनाथ मंदिर के पार्क में साफा बांधने का निशुल्क प्रशिक्षण शुरू किया गया है।
यहां एक सप्ताह तक युवाओं को साफा बांधना सिखाया जाएगा। कार्यकम में सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास भी पहुंची। शिविर के मुख्य साफा प्रशिक्षक मनोज बोहरा और संस्थान के प्रवक्ता रंजन पुरोहित ने बताया कि शिविर में विश्व भर में विशेष पहचान बना चुका जोधपुरी पेच का साफा बांधना सिखाया जाएगा। साफा बांधने की कला सीखने के लिए बड़ी संख्या में लोग शिविर में पहुंचे। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस शिविर में ढाई सौ से तीन सौ लोगों को साफा बांधना सिखाया जाता है।
जोधपुर सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने कहा ये सार्थक प्रयास है। ये हमारी संस्कृति को जीवित रखने का एक सार्थक प्रयास है। जोधपुरी साफा राजस्थान की आन-बान और शान का परिचायक है।