चित्तौड़गढ़ जिले में बेगूं जेल से तीन कैदी फरार, रसोई गैस में लगी लोहे की चिमनी की सलाखें काटी और भाग निकले
चित्तौड़गढ़ जिले में बेगूं जेल से तीन कैदी फरारजिले भर में कड़ी नाकाबंदी कर दी गई। फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस दल गठित किए गए हैं जो उनके संभावित ठिकानों पर दबिश के लिए निकल चुके हैं।
उदयपुर, संवाद सूत्र। चित्तौड़गढ़ जिले में बेगूं स्थित उप जिला जेल से मंगलवार को तीन कैदी रसोई की चिमनी में लगी लोहे की सलाखें काटकर फरार हो गया। इसका पता जैसे ही जेल प्रशासन को शाम को बंदियों की गिनती करने पर पता चला तो हड़कम्प मच गया। घटना को लेकर जेलर प्रहलाद गुर्जर ने रात को बेगूं थाने में मामला दर्ज कराया है। फरार कैदियों में दुष्कर्म सहित विभिन्न आरोपों में शामिल कैदी शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम बेगूं के उप जिला जेल में मंगलवार शाम बंदियों की गिनती की जा रही थी तो तीन कैदी कम मिले। जिस पर जेल प्रशासन में हड़कम्प मच गया। आधे घंटे तक जेल प्रशासन उन्हें तलाशता रहा और पहले यह माना जा रहा था कि वह कहीं छिप गए हैं लेकिन जब वह नहीं मिले तो उनके फरार होने को लेकर जांच शुरू की। इस दौरान पता चला कि रसोई घर में लगी चिमनी जिसके जरिए धुआं बाहर निकलता है, उसकी सलाखें कटी हुई थीं। जिसके जरिए आसानी से व्यक्ति बाहर निकल सकता है। उसी के रास्ते तीन बंदी फरार हो गए।
जेलर प्रहलाद गुर्जर के मुताबिक फरार बंदियों में दुष्कर्म के आरोपी सुनील कुमार, निर्मल और कैलाश शामिल हैं। देर शाम तीन बंदियों के फरार होने की सूचना बेगूं थाने में दर्ज कराई गई। जिसके बाद बेगूं के पुलिस उप अधीक्षक राजेंद्र सिंह जैन तथा थाना अधिकारी रूप सिंह जाटव ने जेल का मौका मुआयना किया।
जिले भर में कड़ी नाकाबंदी कर दी गई। सभी आने-जाने वाले वाहनों की तलाशी के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही चित्तौड़गढ़ से सटे सभी जिलों में भी अलर्ट घोषित कर नाकाबंदी कराए जाने के लिए वहां के पुलिस अधीक्षकों को बता दिया गया है। फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पांच पुलिस दल गठित किए गए हैं, जो उनके संभावित ठिकानों पर दबिश के लिए निकल चुके हैं।