Rajasthan : सचिन पायलट सहित तीन मंत्रियों को पदमुक्त किया गया, गोविंद सिह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने
सचिन पायलट सहित तीन मंत्रियों को पदमुक्त किया गया। अशोक गहलोत राजभवन के लिए रवाना हुए हैं।पायलट की जगह गोविंद सिह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में सियासी संकट के बीच सचिन पायलट सहित तीन मंत्रियों को पदमुक्त किया गया। सीएम अशोक गहलोत राजभवन के लिए रवाना हुए हैं। राज्यपाल से मिलकर मंत्रियों को पदमुक्त करने की जानकारी देंगे। पायलट की जगह गोविंद सिह डोटासरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बने।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने जानकारी दी है कि सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाया दिया गया है। राजस्थान में सियासी संकट के बीच जयपुर के फेयरमोंट होटल में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। बैठक में शामिल नहीं हुए सचिन पायलट को उप-मुख्यमंत्री पद से और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह गोविंद सिंह डोटासरा को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इसकी जानकारी दी है। इससे पहले बैठक में मौजूद 102 विधायकों ने कांग्रेस विधायक दल की में सर्वसम्मति से सचिन पायलट को पार्टी से बाहर कर देने की मांग की थी।
गौरतलब है कि पायलट समेत उनके समर्थक विधायकों को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन वे इसमें शामिल नहीं हुए। पायलट खेमे ने साफ कर दिया है कि मुख्यमंत्री हटने तक कोई समझौता नहीं होगा। पायलट समर्थक विधायकों ने फ्लोर टेस्ट की मांग की है। राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि फ्लोर टेस्ट से स्पष्ट हो जाएगा कि अशोक गहलोत सरकार के साथ कितने विधायक हैं।
सुरजेवाला ने पीसीसी के नए अध्यक्ष के नाम का भी ऐलान किया। उन्होंने शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाने की घोषणा की। हेम सिंह शेखावत को राजस्थान प्रदेश सेवा दल का नया अध्यक्ष नियुक्त करने के साथ गणेश गोगरा को यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की घोषणा की गई।
इससे पहले राजस्थान सरकार पर आया सियासी संकट मंगलवार को भी जारी है। दिल्ली के बड़े नेताओं और कथित तौर पर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के फोन कॉल्स के बाद भी सचिन पायलट के बगावती तेवर शांत नहीं हुए। सोमवार को कांग्रेस की ओर से पार्टी विरोध गतिविधियों को लेकर प्रस्ताव पारित कर एक और जहां पायलट और उनके समर्थक विधायकों को चेतावनी दी गई वहीं उनकी मान-मनुहार की हर संभव कोशिश जारी रही। लेकिन सभी कोशिशें नाकाम साबित हुई, पायलट विधायक दल की दूसरी यानी मंगलवार सुबह बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए।