केंद्रीय मंत्री के सामने छात्रसंघ अध्यक्ष को महासचिव ने मारा थप्पड़, आपस में भिड़े दोनों के समर्थक
जयपुर के महारानी कालेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्धाटन समारोह के दौरान राजस्थान विश्विघालय छात्रसंघ के अध्यक्ष निर्मल चौधरी को महासचिव अरविंद जाजड़ा ने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद दोनों के समर्थक मंच पर आपस में भीड़ गए।
जागरण संवाददाता,जयपुर। जयपुर स्थित सरकारी महारानी कालेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्धाटन समारोह के दौरान हंगामा हुआ। कार्यक्रम में राजस्थान विश्विघालय छात्रसंघ के अध्यक्ष निर्मल चौधरी को महासचिव अरविंद जाजड़ा ने थप्पड़ मार दिया। इसके बाद दोनों के समर्थक मंच पर आपस में भीड़ गए। दोनों ने एक-दूसरे के साथ मारपीट की। इस दौरान केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मौके पर मौजूद थे और कार्यक्रम से बाहर निकलने की तैयारी कर रहे थे।
थप्पड़ मारने से मैं डरने वाला नहीं: डॉ.शैलेंद्र कुमार
शेखावत ने छात्रसंघ कार्यालय का उद्धाटन किया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ.शैलेंद्र कुमार कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। कार्यालय के उद्धाटन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होना था जो विवाद बढ़ने के कारण नहीं हो सका। चौधरी ने कहा कि मुझे बतौर अतिथि कार्यक्रम में बुलाया गया था। वहां खुलेआम गुंडागर्दी की गई। इससे मैं डरने वाला नहीं हूं। मैं कोई गुंडा या बदमाश नहीं हूं। जब तक शरीर में सांस चलेगी छात्रों के लिए काम करता रहूंगा। थप्पड़ मारने से रुकने वाला नहीं हूं। थप्पड़ तो अरविंद केजरीवाल को भी मारा गया था।
परीक्षा में पास करवाने के मामले में आरोपितों को सत्र न्यायालय में किया गया पेश
उधर कोटा के तकनीकी विश्विघालय में छात्राओं को परीक्षा में पास करवाने के बदले में अस्मत मांगने के मामले में आरोपित प्रोफेसर गिरीश परमार,उसका सहयोग करने वाली छात्रा ईशा यादव और छात्र अर्पित अग्रवाल को सोमवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया। जहां उनके आवाज के नमूने लेने को लेकर पुलिस प्रक्रिया पूरी करना चाहती थी। लेकिन आरोपितों ने आवाज के नमूने देने से मना कर दिया। आवाज के नमूने लेने के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला से विशेषज्ञ भी न्यायालय में पहुंचे थे।
लोक अभियोजक हितेष जैन ने बताया कि तीनों को वापस जेल भेज दिया गया है। अब इस मामले की 25 जनवरी को सुनवाई होगी। उल्लेखनीय है कि करीब एक महीने पहले एक छात्रा ने प्रोफेसर पर परीक्षा में पास करने के बाद अस्मत मांगने का आरोप लगाया था। छात्रा ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उसके बाद तीन अन्य छात्राओं ने यही आरोप लगाए थे। प्रोफेसर का सहयोग करने के आरोप में एक छात्र और एक छात्रा को भी गिरफ्तार किया गया था।
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