स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में पिछड़े राजस्थान के बड़े शहर
swachh survekshan 2019 स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में राजस्थान का कोई भी शहर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाया है।
जयपुर, जेएनएन। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में इस बार राजस्थान के बड़े शहर अपनी पिछली रैकिंग से भी पीछे चले गए हैं। राजधानी जयपुर अकेला ऐसा शहर है, जो पहले सौ शहरों में शामिल हो पाया है, हालांकि इसकी रैकिंग भी पांच पायदान लुढ़क कर 39 से 44 पर पहुंच गई है।
केंद्र सरकार की ओर से कराए गए स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में राजस्थान का कोई भी शहर बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाया है। पिछली बार जयपुर काफी प्रयास करने के बाद 39वें स्थान पर आ गया था, लेकिन इस बार जयपुर 44वें स्थान पर चला गया। इस स्थिति के पीछे एक बड़ा कारण यह भी रहा कि इस बार जयपुर नगर निगम पूरे वर्ष ही राजनीति का शिकार रहा। जिस समय स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा था, उसी दौरान जयपुर का महापौर कौन होगा इसका विवाद चल रहा था, क्योंकि जयपुर के पूर्व महापौर अशोक लाहोटी विधायक बन चुके थे। ऐसे में पार्टी के पार्षदों में खींचतान चल रही थी। इसके अलावा प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया था, जिसका असर यहां की अफसरशही पर दिख रहा था। यही कारण रहा कि शहर की सफाई को लेकर जो प्रयास पिछले वर्ष दिखे थे, वैसे इस बार नजर नहीं आए और उसका असर रैंकिंग पर भी नजर आया।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में राजस्थान के अन्य शहरों की बात करें तों उदयपुर 137वें, अलवर 186वें, सीकर 204वें, पाली 213वें, टोंक 215वें, गंगापुर 221वें, सुजानगढ़ 237वें, जोधपुर 243वें और झुंझुनूं 245वें स्थान पर रहे। रैकिंग में बड़े शहरों ने खराब प्रदर्शन किया है। उदयपुर 85वें से सीधे 137वें स्थान पर पहुंच गया है। इसी प्रकार से जोधपुर 188वें स्थान पर से फिसलकर अब 243वें नंबर पर आ गया है, जबकि कोटा 101वें स्थान से 302वें स्थान पर आ गया है।