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बेटे की चाह में 11 बेटियों की मां बनी महिला,फिर भी नसबंदी कराने को तैयार नहीं

रामप्रताप का कहना है कि बाबाओं ने उसे पक्का विश्वास दिलाया था कि इस बार तो लड़का ही होगा,लेकिन फिर लड़की हुई ।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 11 Nov 2017 10:13 AM (IST)Updated: Sat, 11 Nov 2017 10:13 AM (IST)
बेटे की चाह में 11 बेटियों की मां बनी महिला,फिर भी नसबंदी कराने को तैयार नहीं
बेटे की चाह में 11 बेटियों की मां बनी महिला,फिर भी नसबंदी कराने को तैयार नहीं

जयपुर, [जागरण संवाददाता] । राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले की सादुलशहर तहसील में एक मां ने बेटे की चाह में 11 बेटियों को जन्म दे दिया । इनमें से दो बेटियों का विवाह हो चुका और उनके बच्चे भी है । मन्नी देवी नाम की इस महिला ने गुरूवर रात सादुलशहर के एक अस्पताल में 11वीं बेटी को जन्म दिया ।

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जानकारी के अनुसार मन्नी देवी का विवाह रामप्रताप के साथ वर्ष 1991 में हुआ  था । विवाह के दो वर्ष बाद उनके एक बेटी हुई और फिर दूसरी बेटी हो गई । तीन वर्ष के अंतराल में दो बेटियां होने के बाद रामेश्वर और मन्नीदेवी ने बेटे की चाह में तांत्रिकों और बाबाओं के चक्कर लगाना शुरू कर दिया । बाबाओं द्वारा बताए अनुसार  उन्होंने  पूजा-पाठ करवाने के साथ ही दवा भी ली । लेकिन बार-बार बेटी  होती गई,लेकिन दोनों पति-पत्नी बेटे की चाह में नसबंदी कराने को  तैयार नहीं हुए ।

परिजनों और ग्रामीणों ने उन्हे समझाने का काफी प्रयास भी किया । इस बार  फिर गुरूवार दोपहर मन्नी देवी  को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे सादुलशहर अस्पताल में भर्ती कराया गया,जहां उसने रात करीब 9 बजे फिर एक बेटी को जन्म दिया । इस तरह अब तक उनके 11 बेटी हो चुकी । रामप्रताप का कहना है कि बाबाओं ने उसे पक्का विश्वास दिलाया था कि इस बार तो लड़का ही होगा,लेकिन फिर लड़की हुई । हालांकि वह अभी भी नसबंदी कराने को तैयार नहीं है । 


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