Surya Grahan 2019: ग्रहण के दौरान हर राशि के जातक पर पड़ेगा अलग प्रभाव, इन राशियों पर शुभ व इन पर पड़ेगा बुरा प्रभाव
Surya Grahan 2019 ग्रहण के दौरान हर राशि के जातक पर अलग प्रभाव रहेगा। कुछ के लिए ग्रहण शुभ रहेगा और कुछ के लिए ग्रहण में बाधा सामने आ सकती है।
अजमेर, (जेएनएन)। इस साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को ग्रहण लग गया है। उत्तर भारत में घने कोहरे की वजह से ग्रहण दिखाई नहीं दे रहा है। भारतीय समय के मुताबिक, सूर्य ग्रहण सुबह 8.04 मिनट से शुरू हुआ है और सुबह 9.24 से चंद्रमा सूर्य के किनारे को ढकना शुरू किया। पूर्ण सूर्य ग्रहण सुबह 9.26 पर दिखाई किया। वहीं, 11.05 तक यह सूर्य ग्रहण खत्म हो जाएगा। इस ग्रहण की अवधि तीन घंटे बारह मिनट होगी।ग्रहण का मध्य सुबह 9 बजकर 27 बजे था। पर्वकाल करीब 2 बजकर 38 घंटे का होगा।
ग्रहण काल के दौरान मंदिरों के पट बंद रहेंगे और भगवान की पूजा अर्चना पर ब्रेक लग गाया है। ग्रहण से पहले लगने वाला सूतक कल रात आठ बजे से लग गए जो ग्रहण खत्म होने के कुछ देर बाद तक रहेगा। ग्रहण के दौरान हर राशि के जातक पर अलग प्रभाव रहेगा। कुछ के लिए ग्रहण शुभ रहेगा और कुछ के लिए ग्रहण में बाधा सामने आ सकती है।
इन राशियों पर शुभ व इन पर पड़ेगा बुरा प्रभाव
इस साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर यानि गुरुवार को है। इन राशियों पर शुभ और इन पर बुरा प्रभाव दे सकता है। यह सूर्य ग्रहण उन राशि के लोगों के लिए कल्याणकारी रहेगा जो वृषभ, कन्या, तुला, कुम्भ राशि में जन्म लिए हैं और मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, वृश्चिक, धनु, मकर और मीन राशि के लोगों के लिए सामान्य या सतर्क रहने की आवश्यकता होगी।
हालांकि केतु के नक्षत्र मूल में सूर्यग्रहण होने के कारण ज्यादा लाभकारी नहीं होगा। धनु राशि में सूर्य ग्रहण से ग्रसित होंगे और साथ ही साथ धनु राशि में षष्ठ ग्रही योग बन रहा है। जो कि अपने आप में दुर्लभ है। धनु राशि में सूर्य के साथ चन्द्रमा, बुध, गुरु, केतु और शनि ग्रसित होंगे। विशेष बात यह है कि राशि स्वामी बृहस्पति और नक्षत्र स्वामी केतु स्वयं सूर्य के साथ ग्रसित हो रहे हैं।
सूर्य ग्रहण के वक्त क्या करें और क्या करने से बचें
1. ग्रहण काल में खाना-पिना, शोर मचाना या किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ आदि नहीं करना चाहिए।
2. हालांकि, आप इस दौरान गुरु मंत्र का जाप, किसी मंत्र की सिद्धी, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धी आदि कर सकते हैं।
3. सूतक लगने के बाद से ही गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण काल में सूर्य से पराबैंगनी किरणे निकलती हैं, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक होती हैं।
4. ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर के शुद्धिकरण कर लेना चाहिए।
5. सूतक लगने से पहले ही घर में मौजूद खाने की सभी वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल लेने चाहिए।
6. यदि आपके घर में मंदिर है तो सूतक लगते ही उसके कपाट बंद कर दें या फिर मंदिर को पर्दे से ढक दें।
7. मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए।