Rajasthan: अलवर उन्मादी हिंसा मामले में अब तक 10 गिरफ्तार, पुलिस पर दबाव में काम करने का आरोप
Rajasthan अलवर के रामबास गांव में उन्मादी हिंसा के शिकार हुए मृतक चिंरजी लाल के स्वजनों पुलिस पर मेव समाज के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। वहीं पुलिस ने इस मामले में अब तक दस लोगों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan News: राजस्थान में अलवर (Alwar) जिले के रामबास गांव में उन्मादी हिंसा (Frenzied Violence) के शिकार हुए मृतक चिंरजी लाल के स्वजनों ने पुलिस पर मेव समाज के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है। चिंरजी लाल के पुत्र योगेश ने कहा कि पुलिस अब भी सही तरीके से जांच नहीं कर रही है। पुलिस उच्च स्तर के दबाव में काम कर रही है। वहीं, पुलिस ने अब तक इस मामल में दस आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है।
भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं, भाजपा (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि पुलिस कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और मेवात बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान के दबाव के चलते आरोपितों के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई नहीं कर रही है। जुबेर खुद मेव समाज के हैं। वहीं, आरोपित भी इसी समाज के हैं। चतुर्वेदी ने कहा कि पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कमजोर धाराओं में मामला दर्ज किया है। वहीं, पुलिस ने शुक्रवार को जमीन पुत्र नसरू को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक दस आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147,148,149 और 302 के तहत मामला दर्ज किया है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्मादी हिंसा की धाराएं आरोपितों के खिलाफ नहीं लगाई गई है।
जानें, क्या है मामला
उल्लेखनीय है कि कुछ लोग 14 अज्ञात लोग सुबह करीब साढ़े चार बजे ट्रैक्टर चोरी कर के भाग रहे थे। ट्रैक्टर मालिक ने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस और ट्रैक्टर मालिक अपने-अपने स्तर पर चोरों का पीछा कर रहे थे। चोर खुद को घिरा देखकर ट्रैक्टर को एक खेत में छोड़कर भाग गए। ट्रैक्टर मालिक करीब दो दर्जन लोगों साथ वहां पहुंचा और खेत में शौच कर रहे चिरंजीलाल को चोर समझकर बेरहमी से पीटा। पिटाई से घायल चिरंजी की 15 अगस्त को उपचार के दौरान मौत हो गई थी।