छठी बेटी हुई तो जंगल में छोड़कर जा रहे पति-पत्नी गिरफ्तार
पूछताछ में बताया किएक पंडित ने उनके बेटा होने की बात कही थी,लेकिन बेटी हो गई, पहले से पांच बेटियां है,इसलिए वे छठी बेटी को जंगल में छोड़कर जा रहे थे ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता] । सरकार बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ नारा जोर-शोर से दे रही है। बेटी बचाने के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर राजस्थान में झालावाड़ा जिले के झालारापाटन में एक दम्पति ने अपने छठी बेटी होने पर उसे जंगल में फेंक कर भाग गए।
दम्पति ने सात दिन की नवजात बेटी के सिर पर बड़ा पत्थर रख दिया । हालांकि आसपास के लोगों ने उनकी यह करतूत देख ली और बच्ची को बचा लिया गया,बच्ची का अस्पताल में उपचार जारी है । लोगों ने बेटी को जंगल में छोड़कर जा रहे दम्पति को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया,पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया । अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खुशाल राजपुरोहित ने बताया कि आरोपी वीरमाल और उसकी पत्नी सोरभ बाई के 4 तारीख को बच्ची का जन्म हुआ था। स्थानीय सरकारी अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद दम्पति नवजात बच्ची को लेकर जंगल में पहुंचे और वहां एक बडे से पत्थर के नीचे उसका सिर दबाकर भागने लगे उन्हे ऐसा करते हुए पास ही काम कर रहे लोगों ने देखकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया ।
दोनों ने पूछताछ में बताया कि प्रसव से पूर्व एक पंडित ने उनके बेटा होने की बात कही थी,लेकिन बेटी हो गई,उनके पहले से ही पांच बेटियां है,इसलिए वे छठी बेटी को जंगल में छोड़कर जा रहे थे ।