Coronavirus: भीलवाड़ा में जनता ने रखा संयम, जयपुर व जोधपुर में बिगाड़ी बात
Coronavirus. सिर्फ भीलवाड़ा ही नहीं जिन जिलों में भी लोगों ने संयम रखा है वे अभी तक कोरोना से बहुत हद तक बच गए। जहां नियम तोड़े गए वो स्थान बड़े हाॅटस्पाॅट बन गए।
मनीष गोधा, जयपुर। Coronavirus. राजस्थान का भीलवाड़ा एपिसेंटर बनने के बावजूद इस पर नियंत्रण पा सका तो इसमें वहां की जनता के संयम का भी बहुत बडा हाथ है। राजस्थान पुलिस के आंकड़े बताते है कि यहां के लोगों ने लाॅकडाउन और कर्फ्यू नियमों का बहुत अच्छे ढंग से पालन किया। सिर्फ भीलवाड़ा ही नहीं, जिन जिलों में भी लोगों ने संयम रखा है, वे अभी तक कोरोना से बहुत हद तक बचे हुए हैं। वहीं, जहां नियम तोड़े गए वो स्थान बड़े हाॅटस्पाॅट बन गए।
राजस्थान पुलिस की ओर से लाॅकडाउन लागू होने के बाद से हर जिले में लाॅकडाउन उल्लंघन, सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने और मोटर वाहन अधिनियम के उल्लंघन के आंकड़े जारी किए गए हैं। यह आंकड़े यह बता रहे हैं कि राजस्थान में अब तक लाॅकडाउन व कर्फ्यू उल्लंघन के 837 मामले दर्ज हुए हैं और इनमें 1292 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। भीलवाड़ा में लोगों ने किस हद तक लाॅकडाउन और कर्फ्यू में प्रशासन का साथ दिया और नियम लागू किए गए थे, उनका पूरे मन से पालन किया गया।
राजस्थान में लाॅकडाउन 22 मार्च से लागू है और तब से 19 अप्रैल तक के आंकड़ों के अनुसार भीलवाड़ा में लाॅकडाउन या कर्फ्यू उल्लंघन के सिर्फ तीन मामले दर्ज हुए और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने का एक भी एक मामला दर्ज नहीं हुआ। वहीं, मोटर वाहन अधिनियम उल्लंघन के तहत भी सिर्फ 1522 चालान हुए। अन्य जिले जहां अभी कोरोना ने दस्तक नहीं दी है या काफी कम मामले हैं उनमें भी यही स्थिति है जैसे बूंदी में लाॅकडाउन उल्लंघन के सिर्फ दो मामले दर्ज हुए हैं, वहीं पाली, राजसमंद, सवाई माधोपुर भी ऐेसे जिले हैं, जहां लाॅकडाउन उल्लंघन के इक्का-दुक्का मामले दर्ज हुए।
नहीं माने नियम तो बने हाॅटस्पाॅट
वहीं जिन जिलों ने लाॅकडाउन के नियमों को नहीं माना, वे हाॅटस्पाॅट बन कर सामने आए हैं। जैसे जयपुर का रामगंज का इलाका जयपुर उत्तर जिले में पड़ता है। यहां लाॅकडाउन उल्लंघन के 58 मामले दर्ज हो चुके हैं और 78 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। यह संख्या पूरे जयपुर जिले में सबसे ज्यादा है। इसी तरह जोधपुर पूर्व जिले में 73 मामले दर्ज हुए हैं और 111 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। जोधपुर में अब तक 200 से ज्यादा पाॅजिटिव केस हो चुके हैं और इनमें से 90 प्रतिश मामले इसी इलाके के हैं।
सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने में अलवर सबसे आगे
सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के मामले में लिंचिंग के लिए बदनाम हो चुका अलवर जिला सबसे आगे है। अलवर में सोशल मीडिया के सबसे ज्यादा 11 मामले दर्ज हुए हैं और इसमें आठ लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अलवर के ही भिवाडी को भी इसमें जोड दें तो दर्ज मामलों की संख्या 19 तक और गिरफ्तार लोगों की संख्या 13 तक पहुंच जाती है। पूरे राजस्थान की बात करें तो सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के कुल 131 मामले दर्ज किए गए हैं और 109 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अब तक वसूला 2.40 करोड़ जुर्माना
पूरे राजस्थान की बात करें तो मोटर वाहन अधिनियम के तहत अब तक एक लाख 61 हजार 936 चालान काटे जा चुके हैं और 88 हजर 876 वाहन जब्त कर 2.40 करोड़ से ज्यादा का जुर्माना वसूला जा चुका है।