Ayodhya Verdict: शाहनवाज हुसैन बोले, शांति और भाईचारे की बात ओवैसी पसंद नहीं करते
Shahnawaz Hussain. राजस्थान में शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जहां भी शांति और भाईचारे की बात आती है वो ओवैसी को पसंद नहीं आती।
जयपुर, जेएनएन। Shahnawaz Hussain. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने अयोध्या फैसले पर मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड के फैसले को गलत बताया है और कहा है कि बोर्ड ने देश के मुसलमानों से बात किए बिना सिर्फ ओवैसी के कहने पर पुनर्विचार याचिका का फैसला किया है। शाहनवाज ने कहा कि जहां भी शांति और भाईचारे की बात आती है, वो ओवैसी को पसंद नहीं आती।
राजस्थान यात्रा पर आए शाहनवाज हुसैन ने मीडिया से बातचीत मे कहा कि कांग्रेस ने ही अयोध्या की समस्या भी दी थी और आजादी के बाद से ही इस मुद्दे को उलझाया हुआ था लेकिन देश में फैसले के बाद जिस तरह का सौहार्द का वातावरण रहा, उसकी तारीफ की जानी चाहिए। शाहनवाज ने बताया कि फैसले से पहले हुई हमारी मुसलमानों के साथ हुई बैठक में मुसलमानों ने कहा था कि जो भी कोर्ट का फैसला आएगा, हम स्वीकार आएंगे। इस केस के पक्षकार को भी मंजूर है, सुन्नी वक्फ बोर्ड भी फैसले के साथ, लेकिन मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड और ओवैसी को यह फैसला पसंद नहीं है। उन्होंने कहा कि जहां भी शांति और भाईचारे की बात होगी, वह आवैसी को पसंद नहीं होगी।
मुस्लिम पर्सनल लाॅ बोर्ड ने देश के मुसलमानों से बातचीत किए बिना ओवैसी ने जो कहा, उसे मान लिया जबकि 99 प्रतिशत से भी ज्यादा मुसलमान सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानते हैं और अब सुप्रीम कोर्ट के कहे अनुसार सरकार इस पर काम शुरू करेगी और जल्द ही देश के लोगों की इच्छा पूरी होगी तथा वहां भव्य मंदिर बनेगा।
जनसंख्या नियंत्रण के विषय पर शाहनवाज ने कहा कि यह बिल्कुल होना चाहिए। यह धार्मिक विषय नहीं है। जो लोग इसे धार्मिक रंग दे रहे हैं, वह गलत कर रहे हैं। परिवार पहले से छोटे होने लगे हैं और यह बहुत जरूरी है।
कश्मीर के मसले पर हुसैन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हालात बहुत अच्छे हैं। वहां बच्चों की परीक्षाएं हो रही हैं और 90 प्रतिशत से ज्यादा बच्चे परीक्षा देने जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने वहां के हालात को लेकर दुष्प्रचार किया और इसे लेकर पाकिस्तान ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठा दिया। जम्मू-कश्मीर में अमन है। कांग्रेस ने इसे बदनाम किया है, उसके लिए उसे माफी मांगनी चाहिए।
महाराष्ट्र के बारे में हुसैन ने कहा कि कांग्रेस वहां चौथे नंबर की पार्टी होकर भी सत्ता सुख का सपना देख रही है, लेकिन उसे यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह शिवसेना के नेताओ के विचार और नारों को मानने लगी है। उसे यह बताना चाहिए कि बाला साहेब ठाकरे और उद्धव ठाकरे कांग्रेस के बारे मे जो कुछ कहते हैं, क्या कांग्रेस उससे सहमत है।
राजस्थान के विषय में उन्होंने कहा कि मुख्यमत्री अशोक गहलोत को पार्टी के अंदरूनी झगड़ों से निपटने से ही फुर्सत नहीं है। यहां के बारे में कहा जाता है कि गहलोत को उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की तस्वीर तक साथ लगाना गवारा नहीं है। इन्हें आपस का झगड़ा छोड़ कर वादे पूरे करने चाहिए। उन्होंने कहा कि गहलोत राष्ट्रीय नेता हैं, लेेकिन एनआरसी के विषय पर वे ममता बनर्जी से भी ज्यादा बेचैन दिख रहे हैं।
हुसैन ने माना कि असम में इसे किया गया, हालांकि उसमें कुछ कमियां रह गईं। इन कमियों को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम किसी अवैध विदेशी नागरिक को नहीं रहने देेंगे, लेकिन एक भी भारतीय नागरिक परेशान नहीं होगा। दूसरे देशों से जो लोग धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर आए हैं, उन्हें यहां नागरिकता दी जाएगी और जो विदेशी आते हैं, वे भी वैध कागज लेकर आए तो हमें कोई दिक्कत नहीं है।