Rajasthan: सेवा भारती की ओर से रियायती दर पर सोनोग्राफी जांच की सुविधा
sonography test. राजस्थान में सेवा भारती की ओर से यहां रियायती दर पर सोनोग्राफी जांच की सुविधा शुरू की गई है।
राज्य ब्यूरो, जयपुर। रास्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य व राजस्थान क्षेत्र प्रचारक दुर्गादास का कहना है कि भारतीय दर्शन में सेवा का विशेष महत्व है। ऐसे में चाहे उसे सेवा कहो या पूजा, स्वयं के हाथ से किया गया सेवा कार्य ही सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
दुर्गादास रविवार को जयपुर के सहकार मार्ग पर संघ के प्रकल्प सेवा भारती की ओर से संचालित सेवा सदन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। सेवा भारती की ओर से यहां रियायती दर पर सोनोग्राफी जांच की सुविधा शुरू की गई है। इस मौके पर दुर्गादास ने कहा कि अभाव की पूर्ति का नाम ही सेवा है। हमारे समाज की विशेषता है कि घरों में आज भी सेवा कार्य होते हैं। इसमें चाहे जरूरतमंद की यथाशक्ति मदद करना हो या फिर बेजुबान पशु-पक्षियों को भोजन उपलब्ध कराना। समाज में चलने वाले ये सेवा कार्य पुण्य प्राप्ति के लिए नहीं, बल्कि परोपकार के लिए है।
क्षेत्र प्रचारक ने कहा कि सेवा के बदले कुछ प्राप्त करने की कामना व्यापार कहलाती है, लेकिन नि:स्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की मदद करना सबसे बड़ा सेवा कार्य है। सेवा करने से मन को शांति मिलती है। सेवा कार्य जिन जरूरतमंद लोगों के लिए किया जाता है, उसका पहला उद्देश्य उस सेवित व्यक्ति को आत्मनिर्भर व सक्षम बनाना है। इसके बाद सेवित जन भी सेवा कार्य से जुड़े तथा समाज के पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए कार्य करें इसके प्रयास किए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि सेवा भारती के कायरें में अनेकों लोग बाधा बनते हैं, लेकिन सेवा भारती के कार्यकर्ता अथक परिश्रम और मेहनत करके सेवा कार्य को अंजाम देते हैं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. अशोक पानगढि़या ने कहा कि ईश्वर की कृपा के बिना सेवा कार्य नहीं किए जा सकते। पूरे मनोभाव के साथ सेवा कार्य करने से ईश्र्वर का आशीर्वाद मिलता है। सेवा कार्य करने वाले लोग दीर्घायु प्राप्त करते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व चिकित्सा मंत्री व मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि सेवा भारती द्वारा पिछड़े व अक्षम लोगों को सक्षम बनाने के लिए अनेकों प्रकल्प चलाया जा रहे हैं जो कि सबके लिए प्रेरणा के केंद्र हैं। सराफ ने अपने विधायक कोष से 10 लाख रुपये देने की घोषणा की। सेवा भारती के अध्यक्ष कैलाश शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए।