Ashok Gehlot: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी ने सीएम अशोक गहलोत को बताया जाट विरोधी
CM Ashok Gehlot. राजस्थान में कांग्रेस के वरिष्ठ रामेश्वर डूडी ने सीएम अशोक गहलोत को जाट विरोधी बताया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। पहले से ही आंतरिक गुटबाजी से जूझ रही कांग्रेस में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) के चुनाव ने नेताओं की आंतरिक खींचतान और अधिक बढ़ा दी है। बुधवार को आरसीए चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद शाम को रामेश्वर डूडी के नामांकन के खारिज होते ही गतिरोध फिर बढ़ गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डूडी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि एक जाट के बेटे की पीठ पर खंजर घोंपने का काम किया गया है। उन्होंने कहा किसान का बेटा छाती पर वार सह सकता है, लेकिन पीठ पर रही।
दरअसल, डूडी आरसीए के अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन चुनाव अधिकारी द्वारा बुधवार शाम को उनका नामांकन खारिज कर दिया गया। आरसीए के वर्तमान अध्यक्ष और विधानसभा के स्पीकर डॉ. सीपी जोशी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को क्रिकेट की राजनीति में उतारना चाहते हैं। जोशी की पहल पर वैभव गहलोत ने मंगलवार को नामांकन दाखिल कर दिया। अपना नामांकन खारिज होने के बाद डूडी ने कहा जिस तरह से धृतराष्ट्र के पुत्र मोह के कारण महाभारत हुई थी, उसी तरह अब सीएम के पुत्र मोह के कारण जंग होगी। डूडी ने कहा कि चुनाव अधिकारी के निर्णय के खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। डूडी का समर्थन ललित मोदी गुट कर रहा है।
उधर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बयान में कहा कि डूडी के विधानसभा चुनाव हारने में भी गहलोत की साजिश थी। उन्होंने कहा कि बेटे को आरसीए का अध्यक्ष बनाने के लिए गहलोत ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए जाट नेता डूडी का नामांकन खारिज कराया है।
कांग्रेस नेतृत्व ने ली जानकारी
आरसीए चुनाव को लेकर वरिष्ठ नेता रामेश्वर डूडी के डॉ. सीपी जोशी एवं वैभव गहलोत से चल रहे विवाद को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने पूरी रिपोर्ट मांगी है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम में शामिल होने आए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे और सचिव विवेक बंसल ने पूरे मामले की जानकारी लेकर रिपोर्ट तैयार की है। डूडी की नाराजगी और बेनीवाल के उनके साथ आने से कांग्रेस को दो विधानसभा सीटों के उप चुनाव में जाट वोट बैंक के नाराज होने की चिंता सता रही है। कांग्रेस आलाकमान की चिंता का एक कारण यह भी है कि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और गहलोत के बीच पहले से ही छत्तीस का आंकड़ा है। अब डूडी भी गहलोत पर वार करने में जुटे हैं।
बेनीवाल व डूडी समर्थकों ने किया हंगामा
डूडी समर्थकों और हनुमान बेनीवाल की पार्टी के कार्यकर्ताओं ने स्टेडियम के बाहर जमकर नारेबाजी की। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच काफी देर हंगामा होता रहा और इस बीच डूडी एसएमएस स्टेडियम के गेट पर पहुंचे और समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने सरकार पर मशीनरी के दुरुपयोग के आरोप लगाते हुए कहा कि वे आखिर तक लड़ाई लडे़ंगे। डूडी ने कहा कि आरसीए की लोकपाल ज्ञान सुधा मिश्रा से की गई अपील का फैसला हमारे पक्ष में आया था, लेकिन उसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। आखिर तक लड़ाई लडे़गे।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही आरसीए चुनाव में अंतिम मतदाता सूची ने डूडी गुट की तमाम उम्मीदों को धक्का लगा था। मतदाता सूची से श्रीगंगानगर, नागौर और अलवर को डिसएफिलिएटेड माना गया और इसी के साथ डूडी के चुनाव लड़ने के तमाम कयास चकनाचूर हो गए। हालांकि बुधवार को उन्होंने नामांकन दाखिल किया, जिसे शाम को खारिज कर दिया गया। जिस नागौर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष के रूप में डूडी आरसीए अध्यक्ष का चुनाव लड़ना चाहते थे, उस जिला संघ को ही मान्यता नहीं दी गई। इस कारण डूडी मतदाता सूची से बाहर हो गए।