Rajasthan: शिक्षिका ने प्रिंसिपल पर लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप
School teacher. शिक्षिका ने प्रिंसिपल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। घटना राजस्थान की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। School teacher. राजस्थान के भरतपुर में सरकारी स्कूल की एक महिला शिक्षका ने प्रिंसिपल के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। सिकरी थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।
जानकारी के अनुसार, स्थानीय सरकारी प्राथमिक स्कूल में तैनात एक महिला शिक्षिका स्कूल ने रिपोर्ट में लिखा कि वह साल 2018 में टीचर के रूप में नियुक्त हुई थी। स्कूल में नियुक्ति के कुछ समय बाद से ही प्रिंसिपल अश्लील हरकतें करने लगा। वह लगातार यौन उत्पीड़न करता रहा। महिला शिक्षिका का कहना है कि वह दलित वर्ग से है और प्रिंसिपल उच्च वर्ग से है। इस कारण वह लगातार दबाव बनाकर यौन उत्पीड़न करता रहा। कई बार प्रिंसिपल को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना।
इससे परेशान होकर उसने प्रिंसिपल के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराया है। शिक्षिका ने आरोप लगाया कि पुलिस में मामला दर्ज कराने के बाद से प्रिंसिपल शिकायत वापस लेने के लिए दबाव बना रहा है।
इस मामले में भरतपुर जिला पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी ने बताया की एक स्कूल शिक्षिका ने प्राचार्य के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया है। मामले की जांच अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक बुगलाल मीणा को सौंपी गई है। उन्होंने जांच पूरी होने तक शिक्षिका व प्रिंसिपल के नाम बताने से इन्कार कर दिया।
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले राजस्थान के चूरू जिले के रतनगढ़ सरकारी अस्पताल में कोरोना स्क्रीनिंग के नाम पर 36 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म किया गया था। पुलिस उप अधीक्षक प्यारेलाल मीणा ने बताया कि पश्चिम बंगाल के हावड़ा की रहने वाली महिला अपने ससुराल नागौर जिले के डीडवाना से पैदल ही रवाना हुई थी। पैदल चलने के बाद कुछ दूर रास्ते में वह एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में भी बैठी। ट्रैक्टर-ट्रॉली से वह रतनगढ़ पहुंची तो उसे हावड़ा जाने के लिए कोई साधन नहीं मिला । इस पर कस्बे में बने रैल बसेरे में पहुंच गई,यहां एक साधु ने उसे भोजन कराया। इस दौरान दो लोग रैन बसेरे में आए जो आपसी बातचीत में एक-दूसरे का नाम मुस्ताक व त्रिलोक बता रहे थे।
उन्होंने रैन बसेरे में नये व्यक्ति के बारे में पूछा, इस पर महिला ने साधन नहीं मिलने के कारण यहां रुकने की बात कही। इस पर वे सरकार अस्पताल में बनी दूध की डेयरी के पास उसे ले गए और रात को वहीं सोने के लिए कहा। अगले दिन उसके पास आए और कहा कि कोरोना जांच करानी होगी। जांच के नाम पर वे उसे अस्पताल के पीछे हिस्से में ले गए और वहां दोनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।