Sandstorm In Jaisalmer: राजस्थान के जैसलमेर में रेतीला तूफान
Sandstorm in Jaisalmer. जैसलमेर जिले के चांधन पोकरण फलसुंड इलाके में तेज तूफानी हवाएं चली जिसके साथ धूल का गुबार देखने को मिला।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Sandstorm in Jaisalmer. राजस्थान में जोधपुर संभाग के जैसलमेर जिले में रविवार दोपहर बाद मौसम ने करवट ली और धूल के गुबार से पूरा आसमान ढक गया। हालांकि मौसम विभाग ने इसको लेकर पहले ही संभावना जताई थी, लेकिन दोपहर बाद मौसम में आए अचानक परिवर्तन से जनजीवन भी प्रभावित दिखा। जिसके बाद नगर परिषद जैसलमेर के अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाला।
जानकारी अनुसार, जैसलमेर जिले के चांधन, पोकरण, फलसुंड इलाके में तेज तूफानी हवाएं चली, जिसके साथ धूल का गुबार देखने को मिला। अपरान्ह चार बजे के बाद आसमान में उमड़े रेत के तूफानी बवंडर ने देखते ही देखते पूरे शहर को अपनी आगोश में ले लिया। हवाओ की तेज रफ्तार से जैसलमेर के ऐतिहासिक दुर्ग का मुख्य द्वार अखेपोल का एक दरवाजा भी गिर गया , जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। इसके बाद स्थानीय निवासियों की मदद से उसे पुनः किनारे खड़ा किया गया। हालांकि नगरपरिषद के स्थानीय अधिकारियों ने स्थिति को भांपते हुए मोर्चा संभाला, जिससे कोई बड़ा नुकसान नही हुआ और न ही किसी प्रकार की कोई जनहानि हुई।
वहीं, जैसलमेर के ग्रामीण क्षेत्र और पाक सीमा के सरहदी इलाकों मोहनगढ़, नाचना, चांधन , पोकरण सहित अन्य हिस्सों में रेत के बड़े बवंडर देखे गए। धूल के गुबार के साथ उठी हवाएं बाड़मेर की ओर जाती दिखाई दीं, वहीं, इसका प्रभाव जोधपुर और जैसलमेर जिले की सीमा से सटे गांवों में देखने को मिला। यहां भी इन धूल भरी हवाओं से तापमान में कमी दर्ज की गई।
राजस्थान के मौसम विभाग ने भी राज्य के जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, अजमेर व भरतपुर संभाग के जिलों में छिटपुट स्थानों पर तेज धूल भरी हवाओं के साथ आंधी, बारिश, बूंदाबांदी की संभावना व्यक्त की है। इसके अलावा 17 मई से 22 मई तक मौसम के अधिकांशत शुष्क रहने व तापमान में 2 से 3 डिग्री से. बढ़ोतरी होने के आसार बताए हैं। वहीं, जोधपुर और बीकानेर संभाग में तेज धूल भरी आंधियो के साथ गर्म हवाएं और लू चलने की भी चेतावनी दी है। जयपुर स्तिथ मौसम केंद्र के अनुसार आगामी दिनों में (19 से 22 मई के बीच) तापमान में गर्म हवाओं के कारण वृद्धि होगी, जो 44-45 डिग्री सेेल्सियस ग्रेट तक दर्ज होने की संभावना है। इधर, जोधपुर संभाग से जुड़े अन्य जिलों में भी तापमान में लगातार वृद्धि देखी जा रही है।