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Farmers Protest: सचिन पायलट बोले, किसानों को मजदूर बनाना चाहती है केंद्र सरकार

Farmers Protest सचिन पायलट ने कहा कि देश ने संकल्प लिया है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले। सरकार की किसानों को अपनी जमीन पर मजदूर बनाने की मंशा है इसलिए अकाली दल जैसे उनके पुराने साथी ने साथ छोड़ दिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 10 Jan 2021 06:42 PM (IST)Updated: Sun, 10 Jan 2021 06:42 PM (IST)
Farmers Protest: सचिन पायलट बोले, किसानों को मजदूर बनाना चाहती है केंद्र सरकार
सचिन पायलट बोले, किसानों को मजदूर बनाना चाहती है केंद्र सरकार। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Farmers Protest: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कृषि कानूनों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन पर केंद्र सरकार पर निधाना साधा। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ माह में किसान आंदोलन कर रहे हैं। कड़ाके की ठंड में भी किसान गांधीवादी तरीके से अपनी मांगों को लेकर डटे हैं। खुले में किसान अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। आठ बार सरकार से किसानों की बात हो चुकी, जो बेनतीजा रही है। सरकार सिर्फ किसानों को थकाना चाहती है। केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए पायलट ने कहा कि केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता किसान पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं, जो उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं। अपने निर्वाचन क्षेत्र टोंक दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि किसानों के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है। किसानों को नक्सली, देश विरोधी बताया जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है।

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उन्होंने कहा कि देश ने संकल्प लिया है कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले। सरकार की किसानों को अपनी जमीन पर मजदूर बनाने की मंशा है, इसलिए अकाली दल जैसे उनके पुराने साथी ने साथ छोड़ दिया। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने समर्थन वापस ले लिया। केंद्र सरकार अपने सहयोगी दलों की बात नहीं समझ पा रही है, वो किसानों को क्या समझेगी। पायलट ने कहा कि राज्य सरकार ने सत्ता में आने से पहले जो आम लोगों से वादे किए थे, वे पूरे होंगे। राज्य सरकार युवाओं व किसानों से किए गए वादे पूरे करेगी। पायलट के दो दिवसीय दौरे के पहले दिन रविवार को कई जगह स्वागत के कार्यक्रम हुए। पायलट ने जनसुवाई भी की। 

गौरतलब है कि राजस्थान कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी गत दिनों घोषित कर दी गई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लंबे समय तक चली खींचतान के बाद अब पार्टी नेतृत्व ने 39 सदस्यीय कार्यकारिणी को मंजूरी दी है। इसमें पायलट समर्थकों को गहलोत की अपेक्षा अधिक महत्व मिला है। कार्यकारिणी में सात नेताओं को उपाध्यक्ष बनाया गया है, जिनमें दो पायलट और पांच नेता गहलोत समर्थक हैं। महासचिव के आठ पदों में से पांच पायलट समर्थक बनाए गए हैं, जबकि तीन गहलोत समर्थक हैं। सचिव के 24 पदों में से अधिकांश पायलट समर्थक हैं। अलबत्ता, गहलोत समर्थकों के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के समर्थकों को भी सचिव बनाया गया है।


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