Kashmir: सचिन पायलट बोले, कश्मीर में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे केंद्र सरकार
Sachin Pilot. राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों द्वारा दो लोगों की हत्या की निंदा की।
जयपुर, एएनआइ। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आर्मी के लिए दूध लेकर गए राजस्थान के अलवर जिले के ट्रक चालक की आतंकी हमले में जान चली जाना दुखद है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मृतक के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। केंद्र सरकार को कश्मीर में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
सचिन पायलट ने की शोपियां में राजथान के ट्रक चालक की हत्या की निंदा
सचिन पायलट ने शुक्रवार को ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकियों द्वारा दो लोगों की हत्या की निंदा की। पायलट के मुताबिक, मृतकों में से एक अलवर जिले का एक ट्रक चालक था, जो शोपियां में सेना के लिए दूध लेकर जा रहा था। यह देखकर दुख होता है कि राजस्थान के अलवर जिले का ट्रक चालक जो जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सेना के लिए दूध लेकर जा रहा था, आतंकी हमले में शहीद हो गया। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मृतक के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। केंद्र सरकार को कश्मीर में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
गौरतलब है कि गुरुवार को शोपियां के चित्रगाम के पास दो ट्रकों पर आतंकियों की गोलीबारी करने के दौरान दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल हो गया। इस बीच, ट्रक ड्राइवरों ने भी आतंकी हमलों पर अपनी चिंता व्यक्त की है और सरकार से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले ट्रक ड्राइवर मोहन राम ने कहा कि वह पैसा कमाने के लिए जम्मू-कश्मीर आते हैं। उन्होंने कहा कि ड्राइवर मारे जा रहे हैं। हम गरीब लोग हैं, हमें क्यों निशाना बनाया जा रहा है। हम यहां पैसा कमाने के लिए आते हैं। ट्रक में भी आग लगाई जा रही है।
एक अन्य ड्राइवर ने कहा कि सरकार को सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। इससे पहले, राजस्थान के एक ट्रक चालक को भी शोपियां में आतंकियों ने 14 अक्टूबर को मार डाला था। 16 अक्टूबर को पुलवामा में छत्तीसगढ़ के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी।
शोपियां में फिर हमला, दो ट्रक चालकों की हत्या
कश्मीर के सुधरते हालात से हताश आतंकियों ने वीरवार को फिर शोपियां में हमला कर सेब लेने आए दो ट्रक चालकों की हत्या कर दी। एक अन्य चालक जख्मी हो गया। वहीं, एक ट्रक चालक लापता भी बताया जा रहा है। इसके अलावा आतंकियों ने दो ट्रकों व एक लोड कैरियर को जला दिया है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया है। इसी बीच, पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग और दक्षिण कश्मीर के भीतरी इलाकों में सेब लेने गए चालकों को उनके वाहनों समेत निकटवर्ती सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है।
राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि शोपियां के चित्रीगाम इलाके में आतंकियों ने हरियाणा, पंजाब, राजस्थान के ट्रकों रोक उन पर पर अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें दो ट्रक चालकों की मौत हो गई और एक अन्य जख्मी हो गया। मारे गए दो ट्रक चालकों में एक की पहचान इलियास खान पुत्र नजर खान निवासी अलवर राजस्थान के रूप में हुई है। घायल ट्रक चालक जीवन सिंह पुत्र बख्शीश सिंह निवासी करतारपुर , गुरदासपुर पंजाब का रहने वाला है। आतंकियों ने दो ट्रक भी जलाए हैं। सूत्रों ने बताया कि मारा गया दूसरा चालक अलवर राजस्थान का रहने वाला है।
राज्य पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकियों का निशाना बने ट्रक चालक बिना सुरक्षाबलों को सूचित किए शोपियां के भीतरी इलाके जैनपोरा में अंधेरा होने के बाद अपने वाहन लेकर आ गए थे। ये लोग चित्रीगाम मोलू इलाके में पहुंचे तो वहां आतंकियों ने इन्हें रोक लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आतंकी वहां से भाग निकले थे। दो लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। एक अन्य गंभीर हालत में था। दो अन्य ट्रक चालकों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई है। यह पूछे जाने पर कि क्या कोई ट्रक चालक लापता है तो उक्त अधिकारी ने इससे इंकार करते हुए कहा कि अभी तक हमारी जानकारी में ऐसा कुछ नहीं आया है। आतंकियों ने दो ट्रक और एक लोड कैरियर को जलाया है।
एक पखवाड़े में तीसरा आतंकी हमला
बीते एक पखवाड़े में अन्य राज्यों के ट्रक चालकों और सेब व्यापारियों पर तीसरा आतंकी हमला है। इससे पूर्व 14 अक्टूबर को आतंकियों ने शोपियां के सांदू इलाके में राजस्थान के एक ट्रक चालक की गोली मारकर हत्या करने के अलावा उसके ट्रक को आग लगा दी थी। 16 अक्टूबर को आतंकियों ने शोपियां के श्रीमाल इलाके में पंजाब के दो सेब व्यापारियों को गोली मारने के अलावा उनके ट्रक को भी आग लगा दी थी। एक व्यापारी की मौके पर ही मौत हो गई थी। दूसरा संजीव अभी भी यहां श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है।16 अक्टूबर को ही आतंकियों ने पुलवामा में अन्य राज्य के श्रमिक की भी हत्या की थी।