Move to Jagran APP

Rajasthan: सचिन पायलट ने मॉडल तालाब निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण

Coronavirus. सचिन पायलट ने श्रमिकों को सुरक्षा किट भी उप्लब्ध करवाए। इस माह में 17 अप्रैल तक लॉकडाउन के कारण 62 हजार श्रमिक नियुक्त हुए।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 22 Apr 2020 08:35 PM (IST)Updated: Wed, 22 Apr 2020 08:35 PM (IST)
Rajasthan: सचिन पायलट ने मॉडल तालाब निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण
Rajasthan: सचिन पायलट ने मॉडल तालाब निर्माण कार्यों का किया निरीक्षण

जागरण संवाददाता, जयपुर। Coronavirus. राजस्थान के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को जयपुर जिले के चाकसू पंचायत समिति चाकसू के ग्राम पंचायत कुम्हारियावास और तितरिया में मनरेगा के तहत चल रहे मॉडल तालाब निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मन मनरेगा श्रमिकों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए जाने संबंधी उपायों का जायजा लिया।

loksabha election banner

उन्होंने श्रमिकों को सुरक्षा किट भी उप्लब्ध करवाए। इस माह में 17 अप्रैल तक लॉकडाउन के कारण 62 हजार श्रमिक नियुक्त हुए। जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में श्रमिकों के नियुक्ति पर जोर दिया गया। जिससे मात्र चार दिन में ही श्रमिक 62 हजार से बढ़कर 6.08 लाख से भी अधिक हो गए। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना के तहत काम मांगने के लिए लोगों को प्रेरित एवं जागरूक किया जा रहा है।

मनरेगा योजना के तहत स्वीकृत व्यक्तिगत लाभ के कार्यों में प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण में आवास निर्माण, केटलशेड निर्माण आदि कार्य शामिल है। प्रदेश में श्रमिकों के नियोजन के लिए इनको प्राथमिकता दी जाएगी। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की भी स्वत: ही पालना हो सकेगी।

राजस्थान में कोरोना का कहर जारी है। बुधवार को 55 वर्षीय एक महिला की मौत के साथ ही 133 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में अब तक 27 मौत हो गई और कुल 1868 पीड़ित सामने आए हैं। सरकार के लिए सबसे बड़ी समस्या यह सामने आ रही है कि कोरोना के कई ऐसे मामले सामने आए हैँ, जिनमें संक्रमण के लक्षण नजर नहीं आए। इन लोगों में ना तो खांसी थी और ना ही जुकाम और बुखार से ये पीड़ित थे। इनको सांस लेने में भी दिक्कत नहीं थी।

प्रदेश में पॉजिटिव आए कुल 1868 मामलों में 603 पीड़ित ऐसे सामने आए जिनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण ही नहीं नजर नहीं आ रहे थे, जब इनकी जांच कराई गई तो ये पॉजिटिव पाए गए। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई देने पर पीड़ितों की पहचान कर आइसोलेट करना मुश्किल काम होता है। लक्षण नजर नहीं आने पर संक्रमण दूसरे लोगों में फैल जाता है।

उधर चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मैनपॉवर की कमी नहीं आने दी जाएगी। दो हजार नए चिकित्सकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जा रही है । साढ़े नो हजार नर्सिंगकर्मियों की नियुक्ति के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 4700 जांचे प्रतिदिन करने की क्षमता विकसित कर ली गई है, हमारा लक्ष्य 10 हजार प्रतिदिन जांच करन का है। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला चिकित्सा अधिकारियों के साथ संवाद किया। उन्होंने बताया कि 400 मोबाइल वाहनों के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में लोगों का इलाज बुधवार से शुरू कर दिया गया है।

राजस्थान की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.