सचिन पायलट बोले, मोदी भूले कांग्रेस मुक्त भारत की बात, एनडीए का जहाज डूब रहा
sachin pilot. सचिन पायलट का कहना है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में पहले जैसी धमक नहीं रही। वह कांग्रेस मुक्त भारत की नहीं कांग्रेस के मूल्यों की बात करते हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सचिन पायलट का कहना है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में पहले जैसी धमक नहीं रही। वह कांग्रेस मुक्त भारत की नहीं कांग्रेस के मूल्यों की बात करते हैं। अब मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात भूल गए है। हाल ही राजस्थान, छत्तीसगढ़, और मुध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली हार के बाद उनके सुर बदल गए हैं। उन्होंने कहा कि आज की राजनीति मॉब लिंचिंग, घर वापसी, लव जेहाद और मंदिर-मस्जिद की होकर रह गई है, कोई भी यूथ की बात नहीं करता, कोई बराबरी के अधिकार की बात नहीं करता है।
एनडीए का जहाज डूबने वाला है
यह बात पायलट ने गुरुवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में "डेमोक्रेसी, फ्रीडम एंड द पॉलिटिकल प्रोसेस लुकिंग टू द फ्यूचर" सत्र में वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवासन जैन के साथ चर्चा करते हुए कही। उन्होंने कहा कि भाजपा का जहाज डूबने वाला है, सभी साथी छोड़कर जा रहे हैं। श्रीनिवासन ने पायलट से प्रियंका गांधी की उन क्वालिटीज के बारे में पूछा जो राहुल में नहीं हैं। इस पर पायलट ने कहा कि प्रियंका जब काम संभालेंगी तो हम उनकी खूबियों के बारे में जानेंगे। श्रीनिवासन ने कहा कि चलिए एक क्वालिटी के बारे में बता दीजिए। इस पर सचिन ने कहा कि हम उनकी कई खूबियों से दो-चार होंगे, जब फरवरी के पहले स्प्ताह में वे कांग्रेस महासचिव के तौर पर अपना काम संभालेंगी।
राहुल और प्रियंका की अपनी-अपनी क्षमताएं हैं। राहुल ने हाल ही तीन राज्यों में हुए चुनावों में कांग्रेस को जीत दिलवाई, वहीं प्रियंका अभी तक केवल दो लोकसभा क्षेत्रों में ही कैंपेनर के तौर पर काम कर रही थीं। दोनों में एक-साथ काम करने की टीम स्पिरिट है। श्रीनिवासन ने कहा कि भाजपा का कहना है कि प्रियंका को कांग्रेस महासचिन बनाने का मतलब है कि राहुल गांधी फेल हो गए हैं। इस पर सचिन जोर से हंसे और बोले, अगर भाजपा को तीन राज्यों में हराने के बाद भी वे लोग यह कह रहे हैं तो फिर भाजपा का भगवान भला करे। साल 2014 के बाद हुए हर संसदीय चुनाव में भाजपा हारी है। मैंने कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी का एक इंटरव्यू देखा, उसमें कुछ मिसिंग था, अब वे कांग्रेस मुक्त भारत की नहीं बल्कि कांग्रेस के मूल्यों की बात करते है, आप देखें कि एनडीए लगातार अपने सहयोगी दलो को खोता जा रहा है। टीडीपी हो या फिर कुशावहा की पार्टी हो चाहे शिवसेना हो, इससे पता चलता है कि उनका जहाज डूबने वाला है।
प्रियंका यूथ से अधिक कनेक्ट रही
श्रीनिवास ने जब पूछा कि क्या कांग्रेस में गांधी परिवार के बाहर से अध्यक्ष बन सकता है तो पायलट ने कहा, क्या पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव गांधी परिवार से थे, क्या सीताराम केसरी गांधी थे? हमने चुनाव के जरिए राहुल गांधी को अपना अध्यक्ष चुना है। श्रीनिवासन मैं आपसे सवाल पूछता हूं, भाजपा में चुनाव की क्या प्रक्रिया होती है? कौन भाजपा अध्यक्ष चुनता है? मुझे तो नहीं मालूम, क्या आपका पता है? इस पर श्रीनिवासन बोले, अपनी बात करिए उनका उदाहरण मत दीजिए। कोई भी राजनीतिक दल पार्टी नियमों का पालन नहीं करता है, लेकिन जो बात भाजपा को कांग्रेस से अलग करती है वह है कि कौन पीएम पद का उम्मीदवार होगा। यहां भाजपा कांग्रेस से कहीं अधिक लोकतांत्रिक नजर आती है। सचिन ने हालांकि इसका कोई सीधा जवाब नहीं दिया। श्रीनिवास ने फिर प्रियंका को लेकर सवाल पूछा कि कहा जा रहा है कि उनकी एंट्री से पार्टी को ताकत मिलेगी, लेकिन जो अधिकांश युवा है वे गांधी परिवार के वंशवाद से खुश नहीं है तो उनके आने से कांग्रेस को कैसे बल मिलेगा? इस पर पायलट ने कहा, यह आपका दृष्टिकोण है, लेकिन जहां तक यूथ का सवाल है तो प्रियंका यूथ से अधिक कनेक्ट रही है।