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राजस्थान में घूसकांड में फंसे आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक, निलंबित महापौर के पति सहित दो गिरफ्तार

जयपुर ग्रेटर नगर निगम में रिश्वत के लेनदेन की बातचीत की वीडियो के आधार पर मामला किया गया दर्ज। बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ रिश्वत को लेकर बातचीत के तीन वीडियो पिछले दिनों आए थे। रिश्वतकांड की आंच आरएसएस तक पहुंचने के बाद राजनीतिक क्षेत्र में खलबली मची है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 07:46 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 07:46 PM (IST)
राजस्थान में घूसकांड में फंसे आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक, निलंबित महापौर के पति सहित दो गिरफ्तार
इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला व बाहर से लैब में जांच करवाई।

 जागरण संवाददाता, जयपुर : जयपुर ग्रेटर नगर निगम में सफाई करने वाली कंपनी के 276 करोड़ के बिल का भुगतान करने के एवज में 20 करोड़ रुपए की रिश्वत के लेनदेन की बातचीत के वीडियो के आधार पर राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम सहित चार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इनमें निलंबित महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजाराम व कंपनी के प्रतिनिधि ओमप्रकाश सप्रे को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया है।

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एक-दो दिन में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा

निंबाराम व सफाई करने वाली बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधि संदीप चौधरी को भी अगले एक-दो दिन में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। इन पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। राज्य में आरएसएस के किसी वरिष्ठ पदाधिकारी के खिलाफ पहली बार मामला दर्ज किया गया है।

वीडियो के आधार पर चारों को आरोपित बनाया

बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधियों के साथ रिश्वत को लेकर हुई बातचीत के तीन वीडियो पिछले दिनों सामने आए थे । इनमें राजाराम की कंपनी के प्रतिनिधियों से बातचीत हो रही है, जिसमें निंबाराम भी नजर आ रहे हैं। वे लगातार बातचीत भी कर रहे हैं। वीडियो के आधार पर चारों को आरोपित बनाया गया है। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधित अधिनियम,2018 और 120 बी आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

महानिदेशक ने कहा, सहयोगात्मक भूमिका रही

एसीबी के महानिदेशक बी.एल.सोनी ने कहा कि बीवीजी कंपनी को धमका कर रिश्वत मांगने के आरोप में राजाराम गुर्जर को गिरफ्तार किया गया है। निंबाराम की भी इसमें सहयोगात्मक भूमिका रही । चौधरी कंपनी की तरफ से सौदेबाजी कर रहा था । अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एन.एम ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद उसकी विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच करवाई गई । राज्य के बाहर से लैब में भी जांच करवाई गई ।

10 जून को आए वीडियो में हो रही यह बात

10 जून सामने आए वीडियो में महापौर के पति राजाराम और निंबाराम के साथ ही जयपुर की सफाई करने वाली कंपनी के प्रतिनिधि संदीप चौधरी व एक अन्य दिखाई दे रहे हैं। राजाराम व कंपनी के प्रतिनिधियों के बीच बिल का भुगतान करने के बदले 10 फीसदी कमिशन देने को लेकर बात हो रही है। निंबाराम बीच-बीच में हस्तक्षेप करते हैं । एक जगह निंबाराम राजराम से किसी की तरफ इशारा करते हुए कह रहे हैं कि ये पुराने स्टेटमेंट बोल रहे हैं। बातचीत में निंबाराम को यह भी कहते हुए सुना गया कि पार्षद, समितियों के अध्यक्ष इन्हे (कंपनी के प्रतिनिधियों) ब्लैकमेल करेंगे तो ये क्या करेंगे। इस पर राजाराम उनसे कहता है कि ये सब काम कराने में एक्सपर्ट है तो निंबाराम कंपनी का पक्ष लेते हुए कहते हैं इन्हें तो अपना काम कराना है शांति से चलना है।

कांग्रेस आक्रामक, संघ और भाजपा शांत

रिश्वत कांड की आंच आरएसएस तक पहुंचने के बाद राज्य के राजनीतिक क्षेत्र में खलबली मची हुई है। इस मामलें आरएसएस और भाजपा के किसी भी पदाधिकारी ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। वहीं राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि आरएसएस का असली चेहरा सामने आ गया। भ्रष्टाचार में इनकी मिलीभगत है।

महापौर को पिछले माह निलंबित किया था

राजाराम की पत्नी सौम्या गुर्जर को पिछले माह जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर पद से सरकार ने पिछले दिनों निलंबित किया था। उनके खिलाफ आयुक्त यज्ञमित्र सिंह ने तीन पार्षदों के साथ मिलकर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इस पर सरकार ने जांच कराने के बाद महापौर को निलंबित किया था। फिलहाल मामले की न्यायिक जांच चल रही है।


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