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Rajasthan: कोरोना के चलते कम हुए यात्री, रोडवेज ने अनुबंध पर ली गई बसों का संचालन किया बंद

Rajasthan अजमेर केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड के स्टेशन इंचार्ज रोमेश यादव ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते यात्री भार कम हो गया है। इस कारण उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा अजमेर रेलवे स्टेशन से आने जाने वाली कई यात्री गाड़ियों को रद कर दिया गया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 04:31 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 05:12 PM (IST)
Rajasthan: कोरोना के चलते कम हुए यात्री, रोडवेज ने अनुबंध पर ली गई बसों का संचालन किया बंद
कोरोना के चलते कम हुए यात्री, रोडवेज ने अनुबंध पर ली गई बसों का संचालन किया बंद। फाइल फोटो

अजमेर, संवाद सूत्र। Rajasthan: राजस्थान सहित जिलेभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए लोग घरों में कैद है, जिसके चलते रोडवेज बसों में यात्री भार कम होने की वजह जहां रोडवेज ने अपनी बसों का संचालन कम किया तो वहीं राजस्व घाटे को देखते हुए अनुबंध पर ली गई बसों का भी संचालन बंद कर दिया गया। अजमेर केंद्रीय रोडवेज बस स्टैंड के स्टेशन इंचार्ज रोमेश यादव ने बताया कि कोरोना महामारी में बढ़ते संक्रमण के चलते यात्री भार कम हो गया है, अजमेर जिले से बाहर आने जाने में लोग डर रहे हैं। लिहाजा जहां उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा अजमेर रेलवे स्टेशन से आने जाने वाली कई यात्री गाड़ियों को रद कर दिया गया तो वहीं राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने भी अनुबंध पर ली हुई बसों का संचालन बंद कर दिया है। यादव ने बताया कि यात्री भार कम होने की वजह से दूसरे प्रदेशों को जाने वाली बसों को भी स्थगित किया गया है। वहीं, अजमेर व अजयमेरु आगार द्वारा बसों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन रोडवेज को राजस्व का काफी घाटा हो रहा है, ऐसे में यात्री भार नहीं होने के चलते बसों का संचालन रद किया जा रहा है।

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मोक्ष कलश लेकर निशुल्क हरिद्वार जाने को भी अभी तैयार नहीं लोग

कोरोना महामारी का डर इतना है कि मोक्ष कलश लेकर हरिद्वार जाने के लिए भी लोग अभी तैयार नहीं हो रहे हैं। जबकि राज्य सरकार की मोक्ष कलश योजना 2020 के तहत् राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने पहल करते हुए नियमित एक्सप्रेस बस में हरिद्वार जाने व आने के लिए मोक्ष कलश के साथ दो यात्रियों को निशुल्क यात्रा की अनुमति दी है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक राजेश्वर सिंह के अनुसार, राजस्थान सरकार की मोक्ष कलश योजना 2020 के तहत् एक अस्थि कलश के साथ हरिद्वार जाने आने के लिए परिवार के दो सदस्यों को राजस्थान सरकार द्वारा रोडवेज की नियमित एक्सप्रेस बस सेवा में निशुल्क यात्रा उपलब्ध करायी गई है। सभी जिला मुख्यालय से हरिद्वार के लिये एक्सप्रेस बस सेवा संचालित की जाती है। सिंह ने बताया कि राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीयन किया जा सकेगा। अजमेर केंद्रीय बस स्टैंड पर ड्यूटी इंचार्ज गौतम प्रकाश ने बताया कि सरकार और रोडवेज प्रशासन की ओर से उन्हें आदेश मिल चुके हैं। जैसे ही 23 मोक्ष कलश के पात्र लोग रजिस्ट्रेशन करा लेंगे उन्हें बस से हरिद्वार भेज दिया जाएगा। यात्रा आने और जाने के लिए पूरी तरह निशुल्क रहेगी। मोक्ष कलश ले जाने वाले व्यक्ति को मृत्यु प्रमाण पत्र और आधार कार्ड अपने साथ रखना है।

नेहरू चिकित्सालय को मिले 25 नए ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर

कोरोना संक्रमण महामारी से बचाव के लिए जारी संघर्ष में राहत भरी खबर है कि चिकित्सालय को राज्य सरकार की ओर से 25 नए ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर भेजवाए गए हैं। अब चिकित्सालय के पास 49 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर हो गए है। ये सभी ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर मरीजों को उपलब्ध करवा दिए गए हैं। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अनिल जैन ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से चिकित्सालय को भिजवाए गए 25 नए ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर मरीजों को उपलब्ध करवा दिए गए है। उन्होंने बताया कि इस तरह हाॅस्पिटल के पास अब 49 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर हो गए हैं। इससे पहले चिकित्सालय में मेडिकल कॉलेज अजमेर के पूर्व छात्रों की ओर से 24 ऑक्सीजन कन्सनट्रेटर अमेरिका से भेजे गए थे। उन्होंने बताया कि राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, राजकीय सैटेलाइट चिकित्सालय, तथा पंचशील सीएचसी में भर्ती मरीजों के उपचार के लिए हेल्थ स्टाफ लगातार काम कर रहा है। जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में पांच नए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट तथा 20 किलोलीटर क्षमता का नया लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट शीघ्र स्थापित कर दिया जाएगा। इसके लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी गई है। एक प्लांट स्थापना के लिए डीआरडीओ ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को तुरंत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि राजकीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय तथा इसे जुड़े अन्य चिकित्सालयों की ऑक्सीजन आवश्यकता को पूरा करने के लिए पूरी क्षमता के साथ कार्यवाही शुरू की जा रही है। चिकित्सालय में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 175 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता के दो ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट शीघ्र तैयार कर दिए जाएंगे। इस कार्य पर तीन करोड़ रुपये की लागत आएगी। जिला प्रशासन ने इसके कार्यादेश जारी किए हैं। राज्य सरकार द्वारा चिकित्सालय में 90 और 60 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता के 2 नए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट स्वीकृत किए हैं। इन पर करीब 1.5 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इनका कार्य भी शुरू किया जाएगा। इसी तरह डीआरडीओ ने भी 200 सिलेंडर प्रतिदिन क्षमता का एक नया प्लांट जवाहर लाल नेहरू अस्पताल के लिए स्वीकृत किया है। इसके सिविल और इलेक्ट्रिकल कार्य के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को कार्यादेश दिया गया है। एक-दो दिन में यह कार्य शुरू कर दिया जाएगा। कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि चिकित्सालय में ऑक्सीजन मेनीफोल्ड के पास 20 केएल क्षमता का लिक्विड ऑक्सीजन स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसका कार्य जारी है। इसमें बाहर से आने वाली लिक्विड ऑक्सीजन का स्टोरेज किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि निर्माणाधीन और प्रस्तावित सभी प्लांट शुरू हो जाने से चिकित्सालयों की ऑक्सीजन उपलब्धता में बड़ी राहत मिल सकेगी।


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