Rajya Sabha Election 2020 विधायकों के बीच पहुंची पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, कहा-डर रही है कांग्रेस
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को राज्यसभा चुनाव के लिए एक जगह एकत्र किए भाजपा विधायकों के बीच पहुंची और राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान का अभ्यास किया।
राज्य ब्यूरो, जयपुर। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे गुरुवार को राज्यसभा चुनाव के लिए एक जगह एकत्र किए भाजपा विधायकों के बीच पहुंची और राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान का अभ्यास किया। राजे राजस्थान में विधायक भी है, लेकिन दो दिन से एक होटल में रह रहे विधायकों के बीच वे गुरूवार को ही पहुंची और करीब डेढ घंटा विधायकों के साथ रह कर लौट गई।
इस दौरान उन्होंने विधायकों के साथ बातचीत की और मतदान की प्रक्रिया समझाने के लिए किए गए माक पोल में माग लिया। मीडिया से बातचीत में राजे ने कहा कि हमने प्रत्यााशी खड्ा किया तो कांग्रेस परेशान क्यों हो रही है। यहां कोई चिंता नहीं है, डर कांग्रेस को ही है। इस बीच भाजपा विधायकों का दो दिन से चल रहा प्रशिक्षण भी गुरुवार को समाप्त हो गया। हालांकि विधायक होटल में ही रोके गए है और शुक्रवार को मतदान के लिए होटल से साथ ही जाएंगे। इस प्रशिक्षण शिविर में विधायकों के साथ कोरोना संक्रमण से लेकर आत्मनिर्भर भारत अभियान और पार्टी की संगठनात्म गतिविधियों पर चर्चा हुई।
गुजरात के विधायक आबूरोड़ से रवाना
राजस्थान के सिरोही जिले के आबूरोड़ स्थित रिसोर्ट में गुरुवार को गुजरात के कांग्रेस विधायकों की बाड़ेबंदी खत्म हो गई । पिछले दो सप्ताह से यहां ठहरे करीब 20 विधायक गुजरात रवाना हो गए। वहां अहमदाबाद में इन्हें राज्यसभा चुनाव को लेकर मतदान प्रक्रिया समझाई जाएगी। पिछले 12 दिन से गुजरात के कांग्रेस विधायक आबूरोड के पास जामबूडी के वाइल्ड विंड्स रिसोर्ट में रुके थे। बताया जा रहा है कि वे अहमदाबाद के ताज होटल में रुकने वाले हैं। वहां इन्हें राज्यसभा चुनाव में मतदान को लेकर ट्रेनिंग दी जाएगी।
चुनाव आयोग ने बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए सभी 6 विधायकों को लेकर दर्ज कराई गई आपत्ति को खारिज किया । बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा व प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने चुनाव आयोग व पीठासीन अधिकारी के समक्ष बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने और विधायक दल के विलय पर सवाल उठाए थे ,लेकिन चुनाव आयोग ने गुरुवार रात विधानसभा अध्यक्ष के निर्णय की समीक्षा से इंकार किया ।