Liquor ban: तीन दिन से राजस्थान मुख्यमंत्री गहलोत व गुजरात सीएम रूपाणी के बीच चल रहा वाकयुद्ध
गहलोत और रूपाणी के बीच चल रहा वाकयुद्ध गुजरात में शराब तस्करी के मुद्दे को लेकर गहलोत और विजय रूपाणी के बीच तीन दिन से तकरार चल रही है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। गुजरात में शराब बंदी को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार शाम एक बार फिर ट्वीट कर कहा है कि गुजरात के सीएम विजय रूपाणी अच्छी तरह जानते है कि उनके वहां पड़ोसी राज्यों से शराब की तस्करी होती है। विजय रूपाणी को शराब तस्करी रोकने के लिए राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और हरियाणा आदि राज्यों से मदद मांगनी चाहिए।
विजय रूपाणी को इन राज्यों से शराब तस्करी रोकने के लिए संयुक्त रूप से कार्य योजना बनाने को लेकर बात करनी चाहिए। लेकिन गुजरात सरकार और विजय रूपाणी ने कभी इस बारे में चर्चा नहीं की। गहलोत ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंद्र सिंह ने ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों से बात की थी।
उल्लेखनीय है कि गुजरात में शराब तस्करी के मुद्दे को लेकर गहलोत और विजय रूपाणी के बीच तीन दिन से तकरार चल रही है। रविवार को गहलोत ने एक कार्यक्रम में कहा था कि गुजरात में घर-घर में शराब मिलती है। वहां आजादी के बाद से शराब बंदी है, लेकिन खुब शराब मिलती है। विजय रूपाणी ने गहलोत के बयान का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने साढ़े छह करोड़ गुजरातियों का अपमान किया है। उन्हे माफी मांगनी चाहिए। मंगलवार को जोधपुर में एक बार फिर गुजरात में शराब तस्करी की चर्चा की। अब बुधवार शाम ट्वीट कर फिर इस मुद्दे पर गुजरात सरकार को घेरने का प्रयास किया है।
गहलोत का एक ट्वीट यह भी
सीएम गहलोत ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि देश की प्रमुख 49 हस्तियों के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज करना गंभीर चिंता का विषय एवं दुर्भाग्य की बात है। हमारे बौद्धिक लोगों ने मजबूती से अपनी नाराजगी जताई है। उल्लेखनीय है कि जुलाई माह में देश में बढ़ रही उन्मादी हिंसा के खिलाफ पीएम को पत्र लिखा था। इस मामले में उनके खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर में देशद्रोह के आरोप में एफआईआर दर्ज हुई है।