Rajasthan Politics: राजस्थान में बसपा का कांग्रेस विधायक दल में विलय कानूनी रूप से गलत : भाजपा
राजस्थान के सियासी संकट के बीच भाजपा ने बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को अमान्य करने की मांग एक बार फिर उठाई है।
राज्य ब्यूरो. जयपुर। राजस्थान के सियासी संकट के बीच भाजपा ने बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को अमान्य करने की मांग एक बार फिर उठाई है। इस मामले में भाजपा विधायक मदन दिलावर ने विधानसभा अध्यक्ष को एक रिमाइंडर भेजा है। इस मामले में दिलावर ने चार महीने पहले विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका लगाई थी। राजस्थान में चुनाव के समय बसपा के छह विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा, जोगिंदर सिंह अवाना, वाजिब अली, लाखन सिंह मीणा, संदीप यादव और दीपचंद खेरिया जीतकर आए थे। ये विधायक पिछले वर्ष सितम्बर में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इसे लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कडी आलोचना भी की थी।
भाजपा की ओर से विधायक मदन दिलावर ने चार माह पहले विधानसभाध्यक्ष के समक्ष इस विलय को अमान्य करने की याचिका लगाई थी। दिलावर का तर्क था कि बसपा राष्ट्रीय स्तर की पार्टी है, लिहाजा इसके विलय से पहले केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी भी ली जानी चाहिए थी। केंद्रीय नेतृत्व और बसपा सुप्रीमो मायावती की मंजूरी नहीं लेने के चलते राजस्थान में बसपा का कांग्रेस विधायक दल में विलय कानूनी रूप से गलत है।
अब मौजूदा सियासी घटनाक्रम में सरकार को घेरने के लिए भाजपा की ओर से एक बार फिर यह मामला उठाया गया है। विधायक मदन दिलावर की ओर से विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को दिए रिमांइडर में कहा गया है कि 13 मार्च को मैंने अपील की थी, लेकिन इस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया, जिसकी वजह से मुझे अभी तक निराशा हाथ लगी है। मुझे विश्वास है कि आप एक सप्ताह के भीतर ही इस पर त्वरित निर्णय करेंगे। इस मामले में दिलावर ने कहा कि यदि याचिका पर निर्णय नहीं होता तो वे न्यायालय में अपील करेंगे।