Rajasthan Politics: गुलाबचंद कटारिया बोले- स्वीकार किए जाएं विधायकों के इस्तीफे
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस का कोई धनी-धोरी नहीं है। इनका राष्ट्र्रीय नेतृत्व इतना कमजोर है कि वह अनुशासहीनता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाता।आपस लड़ाई में राज्य का विकास थम गया। इनकी कमजोरी के चलते अधिकारी भी पद का दुरुपयोग करने में लगे हैं।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। Rajasthan Politics: राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं उदयपुर शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया का कहना है कि जब 92 विधायकों ने इस्तीफे दे दिए हैं तो विधानसभा अध्यक्ष को उनके इस्तीफे स्वीकार कर लेने चाहिए। कांग्रेस की आपसी लड़ाई से जनता परेशान हैं। यदि उनसे राज्य नहीं चलाया जा रहा है तो वह राह खाली करें।
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया [Gulab Chand Katariya] ने कहा कि कांग्रेस का कोई धनी-धोरी नहीं है। इनका राष्ट्र्रीय नेतृत्व इतना कमजोर है कि वह अनुशासहीनता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाता। इनकी आपस लड़ाई में राज्य का विकास थम सा गया है। इनकी कमजोरी के चलते अधिकारी भी पद का दुरुपयोग करने में लगे हैं। पहले कई बार सत्ता बचाने के लिए विधायकों की बाड़ाबंदी की ओर अब फिर से ऐसे ही हालात बन गए है। इन लोगों पर सत्ता नहीं संभाली जाती तो वह रास्ते से हट जाएं ताकि जनता को राहत मिले।
कांग्रेसी नेताअेां के इसी आचरण के चलते राज्य में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गया और इनके नेता अपनी कुर्सी बचाने में जुटे रहते हैं। उनका कहना था कि जब कांग्रेस के 92 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को उनके इस्तीफे मंजूर कर लेने चाहिए। वह इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष से बात करेंगे।
विधानसभा चुनाव करा लेने चाहिए
कटारिया ने यह भी कहा कि जब उनके विधायक इस्तीफे दे चुके हैं तो जाहिर है कि यह सरकार अल्पमत की है। ऐसे में इन्हें सत्ता में रहने का हक नहीं। इन्हें चाहिए कि सरकार को भंग कर जल्द विधानसभा चुनाव करा लेने चाहिए। इधर, कांग्रेस की स्थानीय नेता तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का कहना है कि भाजपा नेताओं का काम है तोड़ना और सत्ता में आना। यह उनकी पार्टी का अंदरूनी मामला है। इसको लेकर कटारिया को सलाह देने की जरूरत नहीं।