Rajasthan Politics:राजस्थान में कभी भी हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियों का रोड़मैप तैयार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ लम्बी बैठक की । बैठक के बाद माकन ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार कभी भी हो सकता है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों का रोड़मैप तैयार कर लिया गया है। इस माह में मंत्रिमंडल विस्तार करने के साथ ही राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाएगी । बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन के साथ लम्बी बैठक की । बैठक के बाद माकन ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार कभी भी हो सकता है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात का कार्यक्रम
उन्होंने कहा कि बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार,राजनीतिक नियुक्तियों के साथ ही साल, 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया । माकन ने कहा कि राज्य में सत्ता और संगठन में होने वाले बदलावों एवं नियुक्तियों को लेकर अंतिम चर्चा हो चुकी है। बैठक में दो सीटों पर हुए उप चुनाव में जीत पर भी चर्चा हुई । गहलोत बृहस्पतिवार को भी दिल्ली में रहेंगे । उनका कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात का कार्यक्रम है। राहुल गांधी अभी दिल्ली से बाहर हैं ।
बुधवार को हुई बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार इस माह के अंत तक करने का निर्णय लिया
सूत्रों के अनुसार बुधवार को हुई बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार इस माह के अंत तक करने का निर्णय लिया गया । वहीं राजनीतिक नियुक्तियों की प्रक्रिया अगले चार से पांच दिन में प्रारम्भ हो जाएगी । गुजरात के प्रभारी बनाए गए चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा,पंजाब के प्रभारी बने राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत मंत्रिमंडल से हटाने पर सहमति बनी । इसी तरह शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को भी मंत्रिमंडल से हटाया जाएगा । अब वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ही रहेंगे । पिछले डेढ़ साल से वह दोनों पदों पर काम कर रहे हैं।
खींचतान के कारण एक साल से मंत्रिमंडल विस्तार और नियुक्तियों का काम टलता रहा
उल्लेखनीय है कि गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट खेमे के बीच चल रही खींचतान के कारण पिछले एक साल से मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों का काम टलता जा रहा है। लेकिन पिछले दिनों पार्टी आलाकमान ने गहलोत सरकार की तीसरी वर्षगांठ से पहले सभी तक की नियुक्तियां करने का मानस बनाया । आलाकमान के पहले पर गहलोेत ने पिछले माह भी दिल्ली जाकर प्रियंका,माकन व वेणुगोपाल के साथ बैठक की थी ।
वेणुगोपाल से मिले पायलट, अपने खेमे के विधायकों के नाम की सूची की गई हवाले
इससे पहले बुधवार सुबह पायलट ने वेणुगोपाल से मुलाकात की । सूत्रों के अनुसार पायलट ने अपने खेमे के उन विधायकों के नाम वेणुगोपाल को सौंपे,जिन्हे वह मंत्री बनाना चाहते हैं। पायलट ने राजनीतिक नियुक्तियों के लिए भी अपने खेमे के नेताओं की सूची वेणुगोपाल को सौंपी है। जानकारी के अनुसार माकन ने राज्य के सभी नेताओं से चर्चा कर संभावित मंत्रियों के नामों की सूची अपने स्तर पर तैयार कर रखी है। बुधवार को गहलोत के साथ भी इस सूची पर चर्चा की गई ।