Rajasthan: कई दिनों से दहशत बने हुए एक पैंथर को ग्रामीणों ने मार कर दफनाया
राजस्थान के चूरू जिले में पिछले कई दिनों से दहशत बने हुए एक पैंथर को ग्रामीणों ने मार डाला और चुपचाप दफना भी दिया।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के चूरू जिले में पिछले कई दिनों से दहशत बने हुए एक पैंथर को ग्रामीणों ने मार डाला और चुपचाप दफना भी दिया। यह बात सामने तब आई जब मरे हुए पैंथर को बैलगाड़ी पर ले जाते लोगों का एक वीडियो सामने आया। अब पुलिस और वन विभाग मामले की जांच कर रहे है।
चूरू के साण्डवा थाना इलाके और आस पास के क्षेत्र में एक पैंथर कई दिनों से आबादी क्षेत्र के आसपास घूम रहा था और लोगों में दहशत बनी हुई थी। मंगलवार को वह यहां के गांव ज्याक में देखा गया और ग्रामीणों पर हमला करने का प्रयास भी किया। इससे गुस्साये ग्रामीणों ने पैंथर को घेर कर लाठियों और कुल्हाडियों से पीट-पीटकर मार डाला।
ग्रामीणों ने मृत पैंथर के शव को बैलगाड़ी में डाला और उसकी शव यात्रा निकालते हुए उसे दफना भी दिया। इस बारे में वन विभाग को सूचना तब मिली जब इसका वीडियो सामने आया। अब वन विभाग और पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रहे है और दफनाए गए पैंथर को बाहर निकलवाने की बात सामने आ रही है।
गौरतलब है कि इन दिनों राजस्थान में आबादी क्षेत्र में पैंथर और लैपर्ड जैसे जानवरों के आने की कई घटनाएं सामने आ रही है। जंगल खत्म होन और वहां पर्याप्त शिकार नहीं मिलने के कारण ये वन्यजीव आबादी क्षेत्र में आ रहे है। जयपुर में तो पिछले माह एक लैपर्ड करीब 48 घंटे तक घनी आबादी वाले इलाके में घूमता रहता था और एक मकान से उसे रेस्क्यू किया गया था।
आईएएस अधिकारी भी ठगे गए पेटीएम केवाईसी के चक्कर में
पेटीएम केवाईसी के नाम पर खातों से निकालने के मामले में राजस्थान के एक आईएएस अधिकारी भी ठगे गए। हालांकि उन्होंने सतर्कता दिखाई और उनके रूपए उन्हे वापस मिल गए। अकेले जयपुर में पिछले दिनों इस तरह की 30 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी है और लाखों की ठगी हो चुकी है।
जयपुर के चित्रकूट नगर में रहने वाले आईएएस अधिकारी सांवरमल वर्मा भी ठगी के शिकार हो गए और ठगोें ने पेटीएम केवाईसी अपडेट कराने के चक्कर में उनके खाते से 2.45 लाख रु. की ठगी कर ली। खाते से पैसे निकलते ही आईएएस सांवरमल वर्मा ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत पेटीएम से सपंर्क कर पेमेंट रुकवा दिया। तब तक ठग 25 हजार रु. निकाल चुका था।
पेटीएम ने बाकी के 2.20 लाख रु. रिकवर करके आईएएस के खाते में वापस डलवा दिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं एक अन्य पीडित रूपलाल चैपड़ा भी पेटीएम केवाईसी अपडेट के चक्कर में 52 हजार की ठगी के शिकर हो गए। पेटीएम केवाईसी अपडेट करने के नाम पर हो रही ठगी में ग्राहक के पास मैसेज आता है कि आपकी पेटीएम केवाईसी अपडेट नहीं है। इसे अपडेट कराएं नही तो पेटीएम बंद हो जाएगा। केवाईसी कराने के लिए एक नम्बर दिया जाता है। इस नम्बर पर डायल करते ही सामने वाला व्यक्ति एक एप डाउनलोड करवाता है और यह एप डाउनलोड करते ही आपका फोन हैक हो जाता है और आपके खाते से रकम गायब हो जाती है। जयपुर में पिछले दिनों ऐसे तीस मामले सामने आ चुके है।