उदयपुर, जागरण संवाददाता। सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में मोस्ट वांटेड सरकारी स्कूल के शिक्षक अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा को पकड़ाने वाले को राजस्थान पुलिस ने 1 लाख रुपए देने की घोषणा की है। राजस्थान पुलिस के डीजीपी उमेश मिश्रा ने यह आदेश दिए है।

शेरसिंह पर एक लाख का ईनाम घोषित

दरअसल, जयपुर के चौंमू स्थित दौला का बास निवासी शेरसिंह मीणा उर्फ अनिल आबूरोड के एक सरकारी स्कूल में टीचर है, लेकिन पेपर लीक प्रकरण में नाम आने के बाद से फरार चल रहा है। फिलहाल जेल में बंद भूपेन्द्र सारण ने ही सबसे पहले पूछताछ में शेरसिंह मीणा से 40 लाख रुपए में पेपर खरीदने की बात का खुलासा किया था। तब से पुलिस शेरसिंह मीणा को पकड़ने के लिए राजस्थान और बाहरी राज्यों में लगातार दबिश दे रही है।

शेरसिंह से पता लग पाएगा कि उसके पास कैसे पहुंचा पेपर

अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा की गिरफ्त में आने के बाद इस मामले में बड़े खुलासे होने की संभावना है। शेरसिंह की गिरफ्तारी के बाद ही उससे पूछताछ में पता चल पाएगा कि आखिर उसे किस और कैसे टीचर भर्ती का पेपर उपलब्ध कराया। सबसे पहले यह खुलासा 23 दिसम्बर 2022 को गोगुंदा हाईवे पर पेपर सॉल्व कराते हुए पकड़ी गई बस में हुआ था। जिसमें सुरेश विश्नोई पूरे मामले को हैंडल करते हुए पेपर सॉल्व करवा रहा था। सुरेश विश्नोई ने ही पुलिस पूछताछ में भूपेन्द्र सारण और सुरेश ढाका के नाम का खुलासा किया था।

1.25 लाख ईनामी सुरेश ढाका की भी तलाश

1.25 लाख रुपए के ईनामी आरोपी सुरेश ढाका को भी पकड़ने के लिए पुलिस रात-दिन दबिश दे रही है। ढाका पर राज्य सरकार ने 1 लाख रुपए और उदयपुर एसपी ने 25 हजार रुपए ईनाम घोषित किया हुआ है। हाल ही ढाका ने बचने के लिए उदयपुर कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका भी लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने इसे नामंजूर कर दिया। इसके लिए ढाका की तरफ से सुप्रीम कोर्ट का वकील और उसका भाई अशोक ढाका उदयपुर कोर्ट आए थे।

Edited By: Mohd Faisal