राजस्थान सरकार की वित्त विभाग की एफए के पास मिले डेढ़ करोड़ नकद
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय इंटेलिजेंस शाखा की गोपनीय सूचना के आधार पर राजस्थान सरकार की वित्त विभाग की एफए के पास मिले डेढ़ करोड़ नकद ।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मुख्यालय इंटेलिजेंस शाखा की गोपनीय सूचना के आधार पर आय से अधिक संपति के मामले में ब्यूरो मुख्यालय पर आदिवासी क्षेत्र विकास निगम उदयपुर (टीएडी) में पदस्थापित वित्तिय सलाहकार भारती राज एवं यूआईटी उदयपुर में पदस्थापित रमेश बावरी वरिष्ठ लेखाधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आज एसीबी की सात टीमों द्वारा कुल सात जगहों पर सर्च अभियान जारी है। अब तक की जांच में भारती राज के पास से करीब डेढ़ करोड़ रुपये नकद मिलने की बात सामने आई है।
ब्यूरो अधिकारियों का मानना है कि दोनों ने बड़ी मात्रा में संपति एकत्रित की है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी के निर्देशन में की जा रही कार्यवाही में वित्तीय सलाहकार भारती राज के नवरत्न कॉम्पलेक्स उदयपुर में स्थित आवास, नागणेच्यी स्कीम उदयपुर, पवनपुरी बीकानेर स्थित आवास एवं उनके कार्यालय में सर्च जारी है। उनके पास नकद रकम के अलावा पांच प्लॉट के दस्तावेज मिले है। वही दूसरी और यूआईटी उदयपुर में पदस्थापित वरिष्ठ लेखाधिकारी रमेश बावरी के उदयपुर स्थित आवास, उसके कार्यालय एवं चांदपोल जयपुर स्थित पैतिृक आवास पर एसीबी का सर्च अभियान जारी है।
त्रिपाठी ने बताया कि इन दोनों अधिकारीयो के खिलाफ उच्च न्यायालय से सर्च वारंट प्राप्त करने के बाद आज ब्यूरो की विभिन्न टीमों द्वारा सर्च अभियान किया जा रहा है। उन्होने बताया कि यह दोनों अधिकारी उदयपुर में विगत पंन्द्रह वर्षो से पदस्थापित हैं। त्रिपाठी ने बताया कि वरिष्ठ लेखाधिकारी रमेश बावरी वाले मुकदमें में अनुंसधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, राजसंमद राजेश चौधरी है एवं वित्तीय सलाहकार भारती राज के मुकदमें में अनुंसधान अधिकारी एसीबी मुख्यालय जयपुर-1 के प्रभारी एडिशनल एसपी आलोक शर्मा है।
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