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भारत बंद का राजस्थान में मिलाजुला असर, किसानों के साथ मंत्रियों व विधायकों ने कराए बाजार बंद

केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का राजस्थान में मिलाजुला असर रहा। किसानों के साथ ही कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता बंद कराने सड़कों पर उतरे । यहां तक कि अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों ने भी बाजारों में घूमकर दुकानें बंद कराई ।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 10:05 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 06:28 PM (IST)
भारत बंद का राजस्थान में मिलाजुला असर, किसानों के साथ मंत्रियों व विधायकों ने कराए बाजार बंद
राजस्थान में बंद का नजर आ रहा असर

जयपुर/जोधपुर, जागरण संवाददाता। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का राजस्थान में मिलाजुला असर रहा । प्रदेश में किसानों के साथ ही सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता बंद कराने सड़कों पर उतरे । यहां तक कि अशोक गहलोत सरकार के मंत्रियों ने भी बाजारों में घूमकर दुकानें बंद कराई । बंद के दौरान जयपुर में कांग्रेस के अग्रिम संगठन युवक कांग्रेस व एनएसयूआई के कार्यकर्ता भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे । वहां पहले से मौजूद भाजपा युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया । दोनों पक्षों के बीच जमकर नारेबाजी हुई । इसी दौरान पत्थरबाजी भी हुई ।

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मौक पर पहुंची पुलिस ने बीच बचाव कराया । भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के संरक्षण में पार्टी कार्यालय पर पथराव किया । भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की । उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर गुडों के जरिए बंद कराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उधर बंद  का सबसे अधिक असर ट्रांसपोर्ट पर नजर आया। राजस्थान में रोडवेज बस बंद रहीं। प्रदेश की 13 हजार ट्रांसपोर्ट कंपनियां बंद रही ।राज्य सरकार ने हले से ही बसों का संचालन दोपहर 3 बजे तक नहीं करने का निर्णय ले लिया था । प्रदेश की 247 अनाज मंडियां बंद रही । जयपुर में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास अपने समर्थकों के साथ पहले पैदल और फिर कार्यकर्ताओं के साथ बाजार बंद कराने निकले ।

सरकार के मंत्री और विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में बंद कराने में जुटे रहे ।मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिला मुख्यालय जोधपुर में सुबह तो दुकानें खुली,लेकिन बाद में किसानों व कांग्रेस कार्यकर्ताों ने बंद कराई । प्रदेश के अधिकांश शहरों एवं कस्बों में सुबह तो दुकानें खुली,लेकिन बांद में बंद समर्थकों ने बाजार बंद कराए । कोटा,बीकानेर सहित सभी जिलों में बंद का मिलाजुला असर नजर आया । बंद कराने वालों में किसानों से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ता थे । 


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